पंजाब:दंपति पर जालसाजी से साढ़े 10 लाख रुपये हड़पने का आरोप

वर्क परमिट के साथ विदेश भेजने का झांसा देकर रानीला निवासी दो चचेरे भाइयों के साथ साढ़े दस लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित  पक्ष के एसपी कार्यालय में शिकायत देने के छह दिन बाद बौंदकलां थाना  पुलिस ने इस संबंध में धारा 406, 420, 467, 468 व 471 के तहत केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता ने गांव निवासी एक व्यक्ति समेत पंजाब के होशियरपुर गण सदरपुर नागरा निवासी एक दंपति पर जालसाजी से रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। 

ठगी (फाइल फोटो)

पुलिस को दी शिकायत में आरोपियों पर दोनों भाइयों का पासपोर्ट भी रखने का आरोप है। गत 17 फरवरी को एसपी कार्यालय में रानीला निवासी रमित पुत्र रामकुमार, नरेश पुत्र श्यो सिंह ने एक शिकायत दी थी। इसमें शिकायतकर्ता पक्ष ने बताया था कि दिसंबर 2020 में गांव निवासी संजय ने उन्हें बताया था कि पंजाब का एक आदमी है जो उसका खास दोस्त है। वो लोगों को विदेशों में भेजने के साथ काम भी दिलवाता है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, संजय ने उन्हें बताया कि वो भी दोबारा विदेश जा रहा है और उन्हें भी अपने साथ ले चलेगा। इसके अलावा उसने उन्हें बताया कि अन्य लोगों से पंजाब निवासी उक्त व्यक्ति 14 लाख रुपये लेता है, लेकिन उनका वो दस-दस लाख रुपये में ये काम करवा देगा।

शिकायतकर्ता रमित और नरेश के अनुसार संजय ने उन्हें पासपोर्ट बनवाने की बात कही। संजय ने उन्हें कहा कि विदेश में उन्हें वर्क परमिट के साथ भेजेंगे और एयरपोर्ट पहुंचते ही कंपनी के कर्मचारी उन्हें रिसीव कर लेंगे। इसके बाद उन्होंने पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया और आरोपी ने उनसे डेढ़ माह का समय मांगा। इसके बाद संजय ने उन्हें व्हाट्सएप पर एक खाता नंबर भेजा और दो-दो लाख रुपये डलवाने की बात कही। रमित के अनुसार उसने पासपोर्ट बनकर आने के बाद ही रुपये खाते में डलवाने की बात कही।

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पासपोर्ट बनकर आने के बाद संजय ने पंजाब के होशियारपुर जिला के गण सदरपुर नागरा निवासी करणजीत को अपने घर बुलाया और दोनों उनकी तसल्ली करने के लिए उनके पास आए। करणजीत उनके पासपोर्ट लेकर चला गया। इसके बाद रमित और नरेश ने संजय द्वारा दिए गए खाता नंबर में दो-दो लाख रुपये डाल दिए। फिर उनके पास न्यूजीलैंड की एक कंपनी का ऑफर लेटर और टिकट भेजी गई। इसके बाद उन्होंने खाते में एक-एक लाख रुपये और डाल दिए।

न्यूजीलैंड में लॉकडाउन लगने से यूके भेजने की कही बात

शिकायतकर्ता के अनुसार व्हाट्सएप पर ऑफर लेटर और टिकट भेजने के बाद आरोपी संजय ने उन्हें बताया कि न्यूजीलैंड में लॉकडाउन लग गया है और अब उन्हें यूके भेजेगा। इसके बदले उनके दस की बजाय बारह-बारह लाख रुपये लगेंगे। वहां उन्हें काम के बदले हर माह डेढ़ लाख रुपये मिलेंगे।

व्हाट्सएप पर भेजा यूके का फर्जी वीजा

शिकायतकर्ता के अनुसार संजय ने उन्हें यूके जाने के लिए चंडीगढ़ जाकर कार्रवाई पूरी करने की बात कही। इस पर वो चंडीगढ़ चले गए और वहां उन्हें चरणजीत से मिलवाया। चरणजीत ने उन्हें उस दिन वापस भेज दिया और इसके बाद 5 जुलाई 2021 को उन्हें दोबारा बुलाया। वहां उनके फिंगर प्रिंट लिए गए और उन्हें यूके को जो वीजा दिया गया वो फर्जी मिला। इसका पता चलने से पहले वो आरोपी चरणजीत की पत्नी निर्मल समेत चरणजीत के खाते में 25 हजार और 20-20 हजार की ट्रांजेक्शन भी की।

गांव में आकर दिया चार लाख का चैक

इन ट्रांजेक्शन के बाद आरोपियों ने दो-दो लाख रुपये देने के दस दिन बाद ही उन्हें यूके भेजने की बात कही। रमित और नरेश के मना करने पर आरोपी चरणजीत दोबारा रानीला आया और उन्हें विश्वास दिलाने के लिए चार लाख रुपये का चैक भी दिया। इसके बाद उन्होंने दो-दो लाख रुपये उनके खाते में डाल दिए और संजय ने चैक उन्हें न देकर अपने पास रख लिया।

नंबर किया ब्लॉक, दिल्ली के होटल में खुली आरोपियों की पोल

रमित और नरेश ने बताया कि कई दिन गुजरने के बाद जब उन्हें विदेश भेजने की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी तो उन्होंने संजय से बात की, लेकिन उसने कहा कि वो देश छोड़कर जा चुका है। इसके कुछ दिन बाद संजय ने उनके पास मैसेज  भेजा और उन्हें दिल्ली के एक होटल में बुलाया। वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि षड्यंत्र के तहत लोगों से रुपये हड़पे जा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने घर पहुंचकर पहले परिजनों और फिर पुलिस को सूचित किया।इस संबंध में एसपी कार्यालय से एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर रानीला निवासी संजय, पंजाब निवासी चरणजीत और उसकी पत्नी निर्मल के खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468 व 471 के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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