पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से मान सरकार पर हमला बोला और कहा कि सरकार की सरपरस्ती में पंजाब में सरेआम अवैध खनन हो रहा है। इसमें कहीं किसी पूर्व मंत्री का रिश्तेदार शामिल है तो कहीं खुद जेई बैठकर खनन करवा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान किस मुंह से कहते हैं कि उनकी सरकार ईमानदार है।

सिद्धू ने कहा कि यह बहरूपिया व झूठ बेचने वाली सरकार है, जो खाती भी है और खिलाती भी है। चुनाव से पहले आप संयोजक अरविंद केजरीवाल व भगवंत मान ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर पंजाब में माइनिंग कारपोरेशन व शराब कारपोरेशन बनाया जाएगा। कहां गया यह वादा। कहा था कि माइनिंग से हर साल साल 20 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे लेकिन आए केवल 145 करोड़ रुपये हैं। सिद्धू ने कहा कि इसलिए भगवंत मान लगातार उनके सवालों से भाग रहे हैं। मान अब ड्रामा करना बंद करें, क्योंकि जनता के सामने उनका असली चेहरा आ चुका है।

सिद्धू ने कहा कि 15 सितंबर को हाईकोर्ट ने रूपनगर के एसएसपी को बुलाकर अवैध खनन न रोक पाने को लेकर फटकार लगाई थी। एसएसपी सरकार का ही नुमाइंदा होता है। उसी वक्त तरनतारन के एसएसपी का एक विधायक की शिकायत पर तबादला कर दिया गया। नांदरा-कलमोट व खेड़ा कलां में सरकार की तरफ से मैनुअल माइनिंग को मंजूरी दी गई लेकिन यहां सरकार का नुमाइंदा जेई बैठकर हजारों टिप्पर रेत निकाल रहा है। पहले वाली शराब पॉलिसी में सेल कम थी लेकिन राज्य के खजाने में 3700 करोड़ आ रहा था। अब आप की नई शराब पॉलिसी में सेल दोगुनी हुई लेकिन खजाने में केवल 300 करोड़ आए।

मंत्री को बदल सरकार ने संसाधनों की चोरी कबूली, सीबीआई जांच हो

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि खनन मंत्री को बदलकर सरकार ने खुलेआम संसाधनों की चोरी करने की बात कबूली है। क्या मंत्री को बलि का बकरा बनाया गया है। कौन इस सारे माफिया की अगुवाई कर रहा है। कौन पंजाब को सालाना 50 हजार करोड़ से ज्यादा लूटने वाले इस सिस्टम का सुपरवाइजर इन चीफ और अली बाबा है। 

सिद्धू ने कहा कि यह एक खुला रहस्य है और अगर सीबीआई जांच करती है तो यह ताश के पत्तों की तरह ढह जाएगा। सिद्धू ने साफ शब्दों में कहा कि आप के दोनों मुख्यमंत्री संदेह के घेरे में हैं। इसलिए किसी को बलि का बकरा बनाने की बजाय सही घोड़े पर काठी डाली जाए।