पंजाब: 300 के पार हुआ प्रदेश का एक्यूआई, सांस लेना भी मुश्किल

पराली जलने के मामलों में लगातार वृद्धि के चलते पंजाब का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। बठिंडा और पटियाला का एक्यूआई 300 के पार हो गया है। डॉक्टर एक्यूआई के इस स्तर को बुजुर्गों व बच्चों और पहले से ही बीमार चल रहे लोगों के लिए खतरनाक बता रहे हैं। 

सलाह दी जा रही है कि यह लोग इन दिनों ज्यादा बाहर निकलने से बचें, क्योंकि इससे सांस लेने में तकलीफ व आंखों में जलन की समस्या हो सकती है। गुरुवार को बठिंडा का एक्यूआई 306, पटियाला का 307, वहीं अमृतसर का 156, जालंधर का 221, खन्ना का 260, लुधियाना का 219 और मंडी गोबिंदगढ़ का 299 दर्ज किया गया। 

पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन आदर्श पाल विग ने माना कि पराली ज्यादा जलने से एक्यूआई स्तर बढ़ रहा है। साथ ही कहा कि बारिश की कमी के कारण हवा में मौजूद धूल के कण जमीन पर बैठ नहीं पा रहे हैं। इससे भी हवा में प्रदूषण बढ़ रहा है, लेकिन किसानों को जागरूक करने के साथ लगातार उन पर पैनी नजर भी रखी जा रही है, ताकि पराली जलाने के मामले कम हो सकें।

फिरोजपुर में खेत में जल रही पराली को बुझाने खुद पहुंचे डीसी 
फिरोजपुर में किसानों की ओर से गांव साइयां वाला, फिरोजशाह, माछी बुगरा,शाह वाला में खेत में जल रही पराली को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड संग डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान पहुंचे। फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने बड़ी मुश्किल से खेत में जल रही पराली को बुझाया। डीसी ने कहा कि पराली को आग नहीं लगाने संबंधी किसानों को जागरूक किया जा रहा है, बावजूद इसके किसान पराली को जलाने में लगे हैं। सेटेलाइट द्वारा प्राप्त हो रही रिपोर्ट के आधार पर आग लगने वाली घटनाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है।

डीसी ने कहा कि कई गांवों का दौरा कर किसानों को पराली न जलाने संबंधी जागरूरक किया। किसानों की मुश्किलें भी सुनीं। कई गांवों में किसानों ने खेत में पराली को आग लगाई हुई थी। ऐसी जगहों पर फायर ब्रिगेड की मद्द से आग बुझाई गई। डीसी ने कहा कि खेतीबाड़ी विभाग की ओर से जरूरतमंद किसानों को बेलर और अन्य यंत्र मुहैया करवाए जा रहे हैं। ताकि किसान पराली की गांठें बना सके।

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