चित्तौड़गढ़। रावतभाटा स्थित परमाणु बिजलीघर के भारी पानी संयंत्र में शनिवार को हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का रिसाव होने से पांच अस्थायी कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को उपचार के लिए कोटा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि यह हादसा संयंत्र में नियमित रख-रखाव के दौरान हुआ। भारी पानी का उपयोग रिएक्टर में परमाणु विखंडन के दौरान उत्सर्जित ताप को कम करने के लिए किया जाता है।

संयंत्र के कर्मचारियों के अनुसार हाइड्रोजन सल्फाइड अत्यंत जहरीली गैस है। इसकी थोड़ी मात्रा भी सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और उल्टी जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है, जबकि लंबे समय तक या अधिक मात्रा में संपर्क में आने से बेहोशी या मृत्यु भी हो सकती है।

संयंत्र प्रबंधक पी. सतीश ने बताया कि घायल ठेके पर काम करने वाले कर्मचारी थे। उन्हें पहले बिजलीघर स्थित अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया और फिर कोटा जिला अस्पताल रेफर किया गया। उपखंड अधिकारी कृति व्यास ने कहा कि सूचना मिलते ही सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति अब नियंत्रण में है।

घटना के बाद स्थानीय निवासियों और कर्मचारियों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मामले की जांच की मांग की है।