बाड़मेर जिले की रामसर पंचायत समिति की साधारण सभा उस समय गर्मा गई, जब स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों को लेकर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी और पंचायत समिति के बीडीओ विक्रम जांगीड़ आमने-सामने आ गए। बैठक के दौरान विधायक भाटी ने समिति क्षेत्र की हर ग्राम पंचायत में चल रहे सफाई कार्यों, भुगतान, टेंडर प्रक्रिया और खर्चों का विस्तृत ब्यौरा तत्काल प्रस्तुत करने की मांग की।
बीडीओ विक्रम जांगीड़ ने जवाब दिया कि अगर पहले से सूचना मिल जाती, तो सभी संबंधित दस्तावेज साथ लाए जा सकते थे। उन्होंने बताया कि शनिवार अवकाश होने के कारण अकाउंटेंट उपलब्ध नहीं है, इसलिए रिकॉर्ड तुरंत प्रस्तुत करना संभव नहीं है। साथ ही आश्वासन दिया कि पूरा विवरण जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा।
बीडीओ के इस बयान से विधायक भाटी असंतुष्ट नजर आए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि छुट्टी का हवाला स्वीकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री की प्रमुख योजनाओं में से एक है, जिसमें किसी भी तरह की लापरवाही, अनियमितता या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता अभियान से जुड़े मुद्दे को एजेंडा में शामिल नहीं करना गंभीर चूक है, क्योंकि यह सीधे जनता की जरूरतों से जुड़ा विषय है।
इस दौरान दोनों अधिकारियों के बीच बहस तेज होती चली गई। स्थिति बिगड़ती देख सभा में मौजूद सदस्यों ने हस्तक्षेप कर माहौल शांत कराने की कोशिश की। घटना के बाद यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था को उनकी प्राथमिकता बताया। उन्होंने स्वच्छता फंड में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के अधिकारों से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। साथ ही कहा कि बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने के प्रयास लगातार जारी हैं।