अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में फीस वृद्धि को लेकर छात्र लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में छात्रों ने परिसर में मानव श्रृंखला बनाकर फीस वापसी की मांग की। अब इस विरोध में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी समर्थन में आए हैं। ओवैसी ने फीस बढ़ोतरी को असहनीय बताते हुए इसकी तत्काल वापसी की मांग की है।
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ पूरी एकजुटता। कई छात्र पिछड़े क्षेत्रों और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं। 35-40 प्रतिशत की फीस बढ़ोतरी उनके लिए बेहद मुश्किल है।”
वहीं, एएमयू के प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा कि फीस में 500 से 1,500 रुपये तक की मामूली वृद्धि की गई है, जो मुख्यतः बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए है। उन्होंने बताया कि यह फैसला विश्वविद्यालय की विभिन्न समितियों ने मिलकर लिया है। प्रॉक्टर ने अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोग यह गलत दावा फैला रहे हैं कि फीस में 40 हजार रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वविद्यालय ने आधिकारिक रूप से फीस वृद्धि की घोषणा नहीं की है, लेकिन जब फीस पोर्टल पिछले महीने खुला तो छात्रों को कई पाठ्यक्रमों में 30-40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का पता चला। इसके बाद से छात्रों का विरोध जारी है। छात्र बताते हैं कि कई विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं और अपने खाने-पीने का खर्च भी मुश्किल से उठा पाते हैं। ऐसे में बढ़ी हुई फीस उनके लिए भारी बोझ साबित हो रही है।