शामली। थानाभवन ब्लॉक के गांव बुटराड़ा में कृषि विभाग ने नकली उर्वरक बनाने और बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपित फजल पुत्र लईक अपने घर में बड़ी कंपनियों के रैपर लगाकर उर्वरक पैक और बेच रहा था। निर्माण और पैकिंग का कोई लाइसेंस न होने पर जिला कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए जिंक, मोनो जिंक के खाली पैकेट, बाट-कांटा और अन्य सामग्री जब्त की।
जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर उप कृषि निदेशक प्रमोद कुमार के नेतृत्व में टीम ने जिलाधिकारी की अनुमति से मकान पर छापा मारा। आरोपी के पास निर्माण व पैकिंग का कोई लाइसेंस, स्टॉक रजिस्टर या अभिलेख नहीं मिला। टीम ने पैकिंग के खाली बैग और भरे उर्वरक सहित प्रयोगशाला जांच के लिए तीन नमूने जब्त किए।
जांच में पता चला कि आरोपी यह नकली उर्वरक सीधे किसानों को बेचता था। इसमें सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली के बागवान शामिल थे। जब्त सामग्री में शंकर सीड्स, दयाल जिंक सल्फेट, जिंक साइन, बोरो जाइम और मोनो जिंक के कई खाली बैग तथा भरे पैकेट शामिल हैं।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ एफसीओ अधिनियम और संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।