लखनऊ। यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को कहा कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट, अभद्र तस्वीरें और वीडियो अपलोड करने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसका असर समाज पर भी पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए प्रदेश सरकार को एक सख्त कानून लाना चाहिए, जिसमें कड़ी सजा का प्रावधान हो, ताकि ऐसे मामलों में शामिल लोगों को संदेश मिले।
इस मुद्दे पर सपा सदस्य डॉ. ह्दय नारायण सिंह पटेल ने सवाल उठाते हुए पूछा कि ऐसे मामलों में दोषियों को चिन्हित कर सरकार किस तरह की दंडात्मक कार्रवाई करती है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि सरकार ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाती है। साइबर अपराध के लिए अधिकतम एक करोड़ रुपये का जुर्माना और सात साल की सजा का प्रावधान है।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे मामलों में एसपी की रिपोर्ट के आधार पर डीआईजी साइबर क्राइम कार्रवाई करते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में गृह विभाग के विशेष सचिव संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करते हैं। प्रदेश के सभी जिलों में साइबर क्राइम थाने स्थापित किए गए हैं और अब तक 84,000 पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध प्रशिक्षण पोर्टल के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा चुका है।
विधायक ने उठाया नेपाली नागरिक शिकायत का मामला
वहीं, शोहरतगढ़ (सिद्धार्थनगर) से अपने दल (सोनेलाल) के विधायक विनय वर्मा ने कथित नेपाली नागरिक की शिकायत का मामला उठाया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से विधायक निधि के कार्यों की जांच कराने की मांग की। इस दौरान विधायक अचानक अपनी कुर्सी से उठकर शिकायत करने पहुंचे, जिससे सत्ता पक्ष और अन्य सदस्य भी हैरान रह गए। संसदीय कार्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने उन्हें मंत्री सुरेश खन्ना के पास भेजा, जबकि विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शिकायत मंत्री अपने कक्ष में सुन सकते हैं।