लखनऊ: यूपी में शिक्षक भर्ती को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव किया था, जिसमें उन्होंने ‘योगी बाबा न्याय करो- सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करो’ के नारे लगाए थे। आज स्थिति और गर्म हो गई, जब अभ्यर्थियों ने मायावती के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।

मायावती के मॉल एवेन्यू स्थित आवास के सामने जमा करीब 69,000 आरक्षित वर्ग के शिक्षक भर्ती उम्मीदवारों ने नारेबाजी करते हुए बसपा सुप्रीमो से समर्थन की मांग की। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं थे और बसपा प्रमुख से मिलने पर अड़े रहे। मामला शांत कराने के लिए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल बीच-बचाव में आए। अंततः अभ्यर्थियों ने अपना ज्ञापन उन्हें सौंपा और मेवालाल ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याएं बसपा प्रमुख तक पहुंचाई जाएंगी।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट में प्रदेश सरकार की कमजोर पैरवी की वजह से उन्हें नियुक्ति नहीं मिल पा रही। पिछले पांच वर्षों से रोजगार की उम्मीद में संघर्ष कर रहे उम्मीदवार अब बसपा सुप्रीमो से मदद की अपील कर रहे हैं।

एक संवाददाता से बातचीत में अभ्यर्थियों ने कहा कि वे मायावती से इस मुद्दे को उठाने की उम्मीद रखते हैं। उनका कहना है कि विपक्ष की नेता होने के नाते बसपा प्रमुख उनकी समस्या को समझें और इसे सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करें। उन्होंने यह भी बताया कि 9 अक्टूबर की रैली में मायावती ने भाजपा सरकार की प्रशंसा की थी, इसलिए वे चाहेंगे कि उनका मुद्दा भाजपा तक भी पहुंचाया जाए और मदद मिले।