उमा भारती ने मुख्यमंत्री योगी से की शाहजहांपुर का नाम बदलने की मांग

बरेली के आंवला में शनिवार को वीरांगना अवंतीबाई लोधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर नाम गुलामी की याद दिलाता है, इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह है कि जिले का नया नाम प्रस्तावित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि गुलामी के प्रतीक किसी व्यक्ति के नाम पर जिले का नाम रहना उचित नहीं है।

उमा भारती ने लोधी समाज के योगदान को याद करते हुए कहा कि भाजपा को सबसे पहले मंच इसी समाज ने दिया था। पार्टी ने जब उन्हें सम्मान दिया तो लोधी समाज ने भी उसका मान रखा। उन्होंने कहा कि लोधी समाज न चापलूसी करता है और न ही साजिशों में विश्वास रखता है।

उन्होंने कहा कि मथुरा और काशी को लेकर अदालत में याचिकाएं लंबित हैं और भाजपा न्यायालय के आदेश का पालन करेगी। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने सत्ता की परवाह किए बिना रामभक्तों का संरक्षण किया, वे सचमुच बब्बर शेर थे। उमा ने जातिवाद को हिंदू समाज को बांटने की साजिश बताते हुए कहा कि समाज को मजबूत करने के लिए पिछड़े और दलित वर्ग की बराबरी की भागीदारी जरूरी है।

केंद्रीय मंत्री का संबोधन
केंद्रीय राज्यमंत्री बी.एल. वर्मा ने कहा कि वीरांगना अवंतीबाई ने बचपन से ही तलवार को खेल का साधन बनाया और अंतिम सांस तक राज्य और जनता की रक्षा के लिए लड़ीं। उन्होंने कहा कि लोधी समाज मेहनतकश है और कभी धोखा नहीं देता। इतिहासकारों ने अवंतीबाई और अन्य क्रांतिकारियों के साथ न्याय नहीं किया, इसलिए अब उनकी गाथा जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है।

धर्मपाल सिंह ने अखिलेश पर कसा तंज
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उमा भारती द्वारा आंवला में प्रतिमा का अनावरण लोधी समाज और पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का पीडीए दरअसल ‘परिवार विकास प्राधिकरण’ है, उनकी राजनीति परिवारवाद तक सीमित है। जबकि भाजपा ने पिछड़ों के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा की है।

लोधी समाज को मिली सराहना
सांसद और अखिल भारतीय लोधी राजपूत कल्याण महासभा के अध्यक्ष साक्षी महाराज ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में कल्याण सिंह और उमा भारती की भूमिका निर्णायक रही। उन्हीं के प्रयासों से आज अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा है। अवंतीबाई ने 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ तलवार उठाई थी, उनकी शौर्य गाथा पूरे समाज को प्रेरणा देती है।

कार्यक्रम को सहकारिता मंत्री जे.पी.एस. राठौर, पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू भैया, विधायक विपिन कुमार डेविड और पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने भी संबोधित किया।

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