कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी को लेकर प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को कहा कि माफिया और सपा का रिश्ता किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोडीन सिरप तस्करी मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि यह मामला आम लोगों की जान से जुड़ा है और सिरप की आड़ में ज़हर बेचने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामले की जांच कर रहे हैं और कानून से बचने का कोई रास्ता दोषियों के पास नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसियां एक-एक आरोपी की पहचान कर सख्त कदम उठाएंगी।
केशव मौर्य ने सपा नेतृत्व पर आरोप लगाया कि वह इस गंभीर अपराध पर राजनीति कर रहा है, जो समाज के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने की सोच अब नहीं चलेगी और दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
एसआईआर से जुड़े मुद्दे पर भी उपमुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में हार के बाद सपा अध्यक्ष मानसिक दबाव में हैं और लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मौर्य ने कहा कि भाजपा बूथ स्तर पर फॉर्म-6 को लेकर संगठित प्रयास कर रही है, जबकि सपा के पास जमीनी कार्यकर्ताओं की कमी है।
आरक्षण को लेकर उठ रहे सवालों पर डिप्टी सीएम ने दो टूक कहा कि इसमें किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा। उन्होंने बताया कि ओबीसी, एससी, एसटी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को तय नियमों के अनुसार आरक्षण मिलेगा। लेखपाल भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बताया गया और कहा गया कि किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सुधार के लिए मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र भी भेजा गया है।