मथुरा। उत्तर प्रदेश के चीनी मिल एवं गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने रविवार को मथुरा में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले दलों को हमेशा नुकसान उठाना पड़ा है।
मंत्री ने कहा, “2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब RLD NDA में शामिल हुई थी। उस समय मैंने कहा था कि लोकदल जिसके साथ जाता है, उसका बंटाधार हो जाता है। कुछ ही समय बाद मेरी बात सच साबित हुई, राजनाथ सिंह के नेतृत्व में पार्टी को केवल 86 सीटें मिलीं और फिर अटल जी की सरकार भी चली गई। यही सिलसिला आगे भी जारी रहा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि RLD ने 2004 में NDA का हिस्सा बनने के बाद भी नुकसान पहुंचाया। “नरसिम्हा राव, वीपी सिंह और अखिलेश यादव के साथ जाने पर भी नतीजा यही रहा- सत्ता हाथ से निकल गई। इस बार भी जब स्थिति मजबूत थी, हमारी सीटें 400 की जगह 240 पर आकर रुक गईं। NDA में जब-जब RLD आई, भाजपा को नुकसान हुआ है।”
मथुरा की जीती हुई सीटें छोड़ना संभव नहीं
चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि मथुरा में भाजपा पिछली बार 5 सीटें भारी बहुमत से जीती थी। “जहां 1.5 लाख वोटों से जीत हासिल की हो, वहां सीट किसी और को देना संभव नहीं। RLD का वोटर भाजपा को वोट नहीं देता। पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं को रोकने के लिए उनके अध्यक्ष केवल लालच दिखाते हैं।”
कॉरिडोर प्रबंधन पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उचित
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा कॉरिडोर प्रबंधन के लिए पूर्व जजों की समिति बनाने का निर्णय स्वागत योग्य है। “जन्माष्टमी नजदीक है, सरकार व्यवस्था में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने देगी।”
कौन हैं चौधरी लक्ष्मी नारायण
छाता से विधायक और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। जाट समाज में अच्छी पकड़ रखने वाले नेता ने 2017 में बसपा छोड़कर भाजपा का दामन थामा और उसी वर्ष विधानसभा चुनाव जीता। बसपा सरकार में वे कृषि और कारागार मंत्री भी रह चुके हैं।