उत्तर प्रदेश में पछुआ हवाओं के चलते शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। सुबह-शाम की कड़ाके की ठंड और रात के तापमान में गिरावट के साथ पौष माह की ठिठुरन साफ महसूस की जा रही है। दिन में निकलने वाली हल्की धूप भी गलन से राहत नहीं दे पा रही है।
तराई क्षेत्र में कोहरा और धुंध की स्थिति सबसे खराब है। कुशीनगर और बहराइच में दृश्यता घटकर 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई, जबकि आजमगढ़ में यह करीब 300 मीटर दर्ज की गई। इटावा, अयोध्या और कानपुर शहर सहित कई जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार से तापमान में और गिरावट की संभावना है। लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश पर दो पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बना हुआ है, जिसके कारण कुछ क्षेत्रों में बादलों की रुक-रुक कर आवाजाही हो रही है। विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद आसमान साफ होने लगेगा और मौसम में सुधार दिखाई देगा।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे और धुंध की स्थिति बरकरार रहेगी, जिससे यातायात और आम जनजीवन पर असर पड़ सकता है।