मुजफ्फरनगर। जमीअत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के हालिया बयान ने राजनीतिक वातावरण को गर्म कर दिया है। जिहाद को लेकर दिए गए उनके वक्तव्य पर पहले से ही विवाद बढ़ा हुआ था, इसी बीच भाजपा नेता और सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना मदनी पर सीधा प्रहार किया है।
गुरुवार देर रात मुजफ्फरनगर में एक विवाह समारोह में पहुंचे सोम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “मदनी जैसे लोग जिहाद की गलत व्याख्या का बचाव कर रहे हैं, जो देश का माहौल बिगाड़ने वाला काम है। अच्छे काम के नाम पर जिहाद का समर्थन करना खतरनाक मानसिकता है।” बातचीत के दौरान गुस्से में आए सोम ने मौलाना को ‘जिहादी’ तक कह दिया और कड़े शब्दों में चेतावनी जारी की।
पत्रकारों द्वारा लगातार मदनी का जिक्र किए जाने पर सोम नाराज भी दिखे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का नाम दोहराने से अनावश्यक विवाद को हवा मिलती है और समारोह का माहौल खराब होता है।
संगीत सोम ने इस मुद्दे पर सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी को भी आड़े हाथों लिया। नदवी ने हाल ही में मौलाना मदनी के बयान का समर्थन किया था। सोम ने आरोप लगाया कि “नदवी मानसिक रूप से भ्रमित हैं और उनकी टिप्पणी को गंभीरता से लेना बेकार है।”
उधर, यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब 29 नवंबर को भोपाल में जमीअत की नेशनल गवर्निंग बॉडी की बैठक में मौलाना महमूद मदनी ने कहा था कि “जिहाद को जानबूझकर हिंसा और झगड़े से जोड़कर पेश किया गया है, जबकि कई राजनीतिक और सामाजिक अभियान ‘जिहाद’ शब्द का गलत उपयोग कर रहे हैं।”
विवाद गहराने पर मौलाना मदनी ने दो दिन पहले ANI को दिए इंटरव्यू में सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को संदर्भ से हटकर समझा गया। उन्होंने कहा कि अगर उनके शब्दों से कोई भ्रम पैदा हुआ है तो इसकी जिम्मेदारी वे स्वयं लेते हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ जिहाद के वास्तविक अर्थ को स्पष्ट करना था।