बुधवार को शेयर बाजार में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली, जिसमें बीएसई सेंसेक्स ने कारोबार के दौरान 800 अंकों तक उछाल मारा। इसी बीच ग्लोबल ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने निवेशकों के लिए एक बड़ी अच्छी खबर साझा की है। कंपनी की नई रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले सालों में सेंसेक्स 1 लाख के ऐतिहासिक स्तर को छू सकता है।
सेंसेक्स 1 लाख के पार पहुंच सकता है
मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि सितंबर 2024 में शेयर बाजार में आई गिरावट एक लंबी अवधि के निवेश के लिए अच्छा मौका लेकर आई है। कंपनी ने जून 2026 के लिए अपने बेस केस टारगेट को संशोधित करते हुए सेंसेक्स को 89,000 अंक तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 8 प्रतिशत अधिक है। वहीं, बुलिश परिस्थिति में सेंसेक्स 1 लाख अंक तक भी पहुंच सकता है, खासकर जून 2026 की शुरुआत तक।
ब्रोकरेज फर्म का विश्लेषण
मॉर्गन स्टेनली के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट रिधम देसाई और नयनत पारेख ने बताया कि उनका जून 2026 का बेस टारगेट 89,000 है, जो नए आय अनुमान पर आधारित है। यह दिसंबर 2025 के 82,000 के लक्ष्य से भी ऊपर है। उनका मानना है कि सेंसेक्स इस समय 23.5 गुना ट्रेलिंग पी/ई अनुपात पर ट्रेड कर रहा है, जो कि पिछले 25 वर्षों के औसत 21 गुना से अधिक है।
संभावित मंदी और बाजार की चुनौतियां
मॉर्गन स्टेनली ने एक संभावना भी जताई है कि अगले दो वर्षों में लगभग 20 प्रतिशत की मंदी आ सकती है, जिसमें सेंसेक्स 70,000 के स्तर तक गिर सकता है। इस आशय में कच्चे तेल की कीमतों में 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक की तेजी को माना गया है, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक को आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए कड़ा रुख अपनाना पड़ सकता है। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में मंदी और वैश्विक आर्थिक विकास की धीमी गति को भी इस संभावना में शामिल किया गया है। वित्त वर्ष 2028 तक वार्षिक आय में 15 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना जताई गई है, जिसमें वित्त वर्ष 2026 में सबसे अधिक कमी हो सकती है। इसके अलावा, कमजोर होते माइक्रो फंडामेंटल के चलते इक्विटी के मूल्यांकन में भी गिरावट आ सकती है।