नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में मलेशिया में होने वाले ASEAN शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं होंगे। उन्होंने सम्मेलन में वर्चुअल भागीदारी करने का निर्णय लिया है। इस पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने सीधे नहीं आना चाहते। उन्होंने बताया कि इसी वजह से प्रधानमंत्री ने कुछ हफ्ते पहले मिस्र में आयोजित गाजा शांति शिखर सम्मेलन में भी भाग लेने से इनकार किया था।

रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पिछले दिनों अटकलें थीं कि पीएम मोदी कुआलालंपुर शिखर सम्मेलन में जाएंगे या नहीं। अब यह तय हो गया है कि वह वहां उपस्थित नहीं होंगे। इसका मतलब है कि कई विश्व नेताओं से आमने-सामने मिलने और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बातचीत के मौके पीएम मोदी को नहीं मिलेंगे।


कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर किसी देश या नेता की तारीफ़ करना अलग है, लेकिन सीधे आमने-सामने बैठकर बातचीत करना अलग चुनौती है। उन्होंने ट्रंप के उस रुख की ओर इशारा किया जिसमें उन्होंने भारत से रूस से तेल खरीद रोकने की बार-बार मांग की थी।

मलेशिया में ASEAN सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर तक होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए 26 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर कुआलालंपुर पहुंचेंगे। इसके अलावा, ASEAN के कई वार्ता साझेदार देशों के नेता भी इसमें शामिल होंगे।

यह कदम ऐसे समय आया है जब भारत-अमेरिका और क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग पर चर्चा का दौर चल रहा है, और पीएम मोदी की वर्चुअल भागीदारी कई कूटनीतिक अवसरों को सीमित कर सकती है।