नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि देश में कपास उत्पादन में चिंताजनक गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में बीटी कपास पर टीएसवी वायरस का प्रभाव देखने को मिला है, जिससे उत्पादकता में गिरावट दर्ज की गई है और इसका सीधा असर किसानों की आजीविका पर पड़ा है।
मंत्री चौहान ने कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल कपास उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि इसकी लागत को भी कम करना है। इसके लिए हम जलवायु-प्रतिरोधी और रोग-रोधी किस्मों के बीज विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
11 जुलाई को कोयंबटूर में होगी उच्च स्तरीय बैठक
कपास की स्थिति और समाधान पर मंथन के लिए 11 जुलाई को सुबह 10 बजे कोयंबटूर में एक राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कपास उत्पादक किसानों, किसान संगठनों, आईसीएआर के महानिदेशक, विभिन्न राज्यों के कृषि मंत्री, राज्य अधिकारियों, कपास उद्योग के प्रतिनिधि और कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया गया है।
चौहान ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी के पास इस विषय में कोई रचनात्मक सुझाव हो, तो वे टोल-फ्री नंबर 18001801551 पर संपर्क कर सकते हैं। “आपके सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और हम एक व्यापक रणनीति बनाकर कपास उत्पादन को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे,” उन्होंने कहा।