‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सोमवार से संसद में शुरू हो रही बहस से पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस विषय पर पूरी पारदर्शिता से चर्चा के लिए तैयार है और उम्मीद करती है कि विपक्ष भी सकारात्मक सहयोग करेगा।
डॉ. त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष संसद की कार्यवाही में बाधा डालकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, “शायद विपक्ष को अपनी पराजय निश्चित लग रही है, इसलिए वह चर्चा से बचने के लिए हंगामा करता है और सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालता है।”
लोकसभा और राज्यसभा में होगी विस्तृत बहस
सोमवार से लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा की शुरुआत होगी। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई है। चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इसमें गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी हिस्सा ले सकते हैं। तीन दिनों तक चलने वाली इस चर्चा में कुल 16 घंटे बहस होने की संभावना है। राज्यसभा में यह बहस मंगलवार से शुरू होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी बहस के दौरान हस्तक्षेप करने की संभावना जताई जा रही है।
ट्रंप के बयान पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
दूसरी ओर, विपक्ष अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को लेकर सरकार पर निशाना साध सकता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की स्थिति को उन्होंने टाला और दोनों देशों को युद्धविराम के लिए राजी किया।
“सेना के शौर्य का सम्मान हो, राजनीति न हो” – त्रिवेदी
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के सैन्य इतिहास में एक ऐतिहासिक कदम है, जिसने भारतीय सेना के शौर्य और सम्मान को नई ऊंचाई दी है। लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ विपक्षी दल इस गौरवशाली अभियान को लेकर अनर्गल आरोप लगाकर सेना के मनोबल को ठेस पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने भरोसा जताया कि संसद में होने वाली चर्चा के बाद देश की जनता सच्चाई को बेहतर तरीके से समझ सकेगी। उन्होंने कहा, “हम अपेक्षा करते हैं कि इस अहम राष्ट्रीय मुद्दे पर सदन में गरिमा के साथ सार्थक बहस हो।”