उधमपुर के डुडू बसंतगढ़ इलाके में छिपे आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों का अभियान दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। सुरक्षाबल ड्रोन से इलाके पर नजर रख रहे हैं। साथ ही नदी-नालों के साथ जंगल का इलाका खंगाल रहे हैं। फिलहाल कोई महत्वपूर्ण सफलता नहीं मिली है।
सोमवार को दहशतगर्दों ने सुरक्षाबलों के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया था। हमले में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर दीपक कुमार बलिदान हो गए थे। दहशतगर्दों की तलाश में लगाए गए सुरक्षाबल अतिरिक्त जवानों के साथ डुडू के घास कटास के अलावा सियोज धार के जंगलों, मरम्मत, पटनीटॉप, डोडा और भद्रवाह की ओर जाने वाले रास्तों को खंगाल रहे हैं।
बसंतगढ़ के ऊपरी जंगलों, पहाड़ों, कदवा, लोदरा, ताराटॉप, दरुंटॉप, खंडारा टॉप, जुलाहा टॉप व चोचरू गला सहित अन्य क्षेत्रों में तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबल जंगलों में गुज्जर-बकरवालों के डेरों पर नजर रखने के साथ ही लोगों से पूछताछ भी कर रहे हैं।
अभियान में तकनीक का इस्तेमाल: डीआईजी
इंस्पेक्टर दीपक कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक रईस मोहम्मद भट ने कहा, जंगल वाले इस इलाके में सड़कों या अन्य किसी तरह का नेटवर्क नहीं है। हम ऑपरेशन के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। दहशतगर्दों की तलाश में नई तकनीक और ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं और हम जल्द से जल्द दहशतगर्दों को खोज निकालेंगे। मुठभेड़ के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
बसंतगढ़ में बलिदान सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर कुलदीप को श्रद्धांजलि
बसंतगढ़ में आतंकी हमले में बलिदान हुए सीआरपीएफ की 187 बटालियन के इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार को मंगलवार को बट्टल बालियां स्थित बटालियन मुख्यालय में सैन्य सम्मान के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सीआरपीएफ के एडीजी राजेश कुमार, बटालियन के सीओ और पुलिस अधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे। सोमवार को डुडु-बसंतगढ़ में हुए आतंकी हमले में इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार बलिदान हो गए थे। मंगलवार को उनके बटालियन मुख्यालय उधमपुर में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सैन्य सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को हरियाणा के जींद जिले के लिए रवाना कर दिया गया।