गिरियक (नालंदा)। पावापुरी ओपी क्षेत्र के पूरी गांव में शुक्रवार को एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खा लिया। इस घटना में दो मासूम बच्चियों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, शेखपुरा जिले के निवासी धर्मेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ पिछले कुछ महीनों से पूरी गांव में जल मंदिर के पास किराए के मकान में रह रहे थे। शुक्रवार को अचानक पूरे परिवार ने जहरीला पदार्थ खा लिया। सभी को आनन-फानन में भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी में भर्ती कराया गया, जहां धर्मेंद्र की बेटियां दीपा और अरिका को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। धर्मेंद्र कुमार, उनकी पत्नी सोनी कुमारी और बेटा शिवम की हालत नाजुक बनी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, धर्मेंद्र कुमार ने करीब छह महीने पहले कपड़े की दुकान खोली थी, लेकिन व्यापार में नुकसान और बढ़ते कर्ज के चलते वे मानसिक तनाव में थे। अनुमान है कि उन पर लगभग पांच लाख रुपये का कर्ज था, जिसकी वजह से यह कदम उठाया गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद राजगीर के डीएसपी सुनील कुमार, इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज और पावापुरी ओपी प्रभारी मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। पुलिस ने बताया कि घटना के कारणों की जांच जारी है। वहीं, परिवार का एक छोटा बेटा, जिसने जहर नहीं खाया था, फिलहाल पुलिस की निगरानी में है।
डॉक्टरों के अनुसार, तीनों घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें बचाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल पूरे गांव में इस हृदयविदारक घटना को लेकर शोक का माहौल है।