पटना के चर्चित पारस अस्पताल में कुख्यात चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस प्रशासन ने लापरवाही बरतने वाले पांच कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। जांच में सामने आया कि शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के कुछ पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों में गंभीर चूक के दोषी पाए गए। इसके बाद पटना एसएसपी ने संबंधित पुअनि, दो सअनि और दो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बताया जा रहा है कि 17 जुलाई को पारस अस्पताल परिसर में हुई इस सनसनीखेज वारदात की सूचना पुलिस मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर हुई थी। फिर भी अपराधी वारदात को अंजाम देकर बेखौफ फरार हो गए। एफएसएल और पुलिस टीमों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की, लेकिन घटना ने पुलिस की सतर्कता और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।
तेजस्वी यादव ने उठाए सवाल, CCTV फुटेज से हुआ बड़ा खुलासा
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हत्या से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक कर घटना पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने दावा किया कि वीडियो में पांच अपराधी अस्पताल के अंदर दाखिल होकर चंदन मिश्रा के कमरे में घुसते और ताबड़तोड़ फायरिंग करते नजर आते हैं। वारदात के बाद वे दो मोटरसाइकिलों पर हथियार लहराते हुए आराम से घटनास्थल से फरार हो जाते हैं। सीसीटीवी में उनकी पूरी गतिविधियां कैद हुईं, फिर भी पुलिस अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
36 गोलियों से छलनी किया गया था चंदन मिश्रा का शरीर
घटना के बाद शुरू में यह बताया जा रहा था कि चंदन मिश्रा को चार गोलियां लगीं। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि उन्हें करीब 36 गोलियां मारी गई थीं। मृतक के करीबी सूत्रों के अनुसार, हमलावरों ने मिश्रा को कंधे से लेकर पैर तक गोलियों से भून डाला। पूरी वारदात किसी फिल्मी दृश्य जैसी प्रतीत होती है, जिसमें अपराधियों ने जानबूझकर किसी हिस्से को नहीं छोड़ा।