भाषण के तुरंत बाद पीएम के पैर छूने पहुंच गए सीएम नीतीश, मोदी ने दिया ऐसा रिएक्शन

दरभंगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्री मोदी बुधवार की सुबह 11:15 बजे दरभंगा के शोभन स्थित एम्स निर्माण को लेकर भूमि पूजन और शिलान्यास को लेकर पहुंचे। इनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। इस दौरान राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर भी सभा स्थल पर मौजूद रहे।

इस दौरान, मंच पर कुछ ऐसा हुआ, जिसकी सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, शिलान्यास को लेकर मंच पर भाषण के बाद सीएम नीतीश सीधे पीएम मोदी के पैर छूने पहुंच गए। हालांकि, पीएम मोदी ने उन्हें रोक लिया।  

जब नीतीश ने इंजीनियरों से कहा- हम आपके पैर छू लेते हैं…

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इससे पहले पैर छूने को लेकर बयान देकर भी चर्चा में रहे थे। उन्होंने बीते जुलाई माह में जेपी गंगा पथ के लोकार्पण के लिए आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही थी।

इस कार्यक्रम के दौरान का एक वीडियो सामने आया था। दरअसल, इसमें वह एक इंजीनियर से मुखातिब होते हुए कह रहे हैं कि तेजी से निर्माण कीजिए। कहिए त हम आपको पैर छू लेते हैं।इस दौरान सीएम नीतीश की भावभंगिमा और मुद्रा देखकर एक बार को वहां मौजूद प्रोजेक्ट मैनेजर-इंजीनियर भी चौंक गए थे।

25 परियोजनाओं का किया गया लोकार्पण 

बता दें कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 बजकर 38 मिनट पर रिमोट के माध्य से एकमी-शोभन बाइपास में दरभंगा एम्स निर्माण के लिए भूमि पूजन व शिलान्यास कार्य का लोकार्पण किया। इसके साथ ही दरभंगा में नई बाइपास रेल लाइन समेत बिहार के अन्य परियोजनाओं का राष्ट्र के नाम समर्पण किया।केंद्र सरकार के 25 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। झंझारपुर लोकहा बाजार रेल खंड पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाया। इसके बाद परियोजनाओं संबंधित लघु फिल्म दिखाई गई। प्रधानमंत्री विशेष विमान से सुबह 10: 45 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचें। इसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ एनडीए के नेता उनका स्वागत किया

।1700 करोड़ से बनने वाले एम्स व 10 करोड़ की लागत से बनने वाले रामनगर-रोसड़ा एनएच 527 का शिलान्यास और 389 करोड़ से निर्मित काकरघाटी-शीशो बाइपास रेलवे लाइन, झंझारपुर-लोकहा बाजार रेलखंड के गेज परिवर्तन के साथ ट्रेन सेवा का शुभारंभ किया। बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।

सीएम नीतीश ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी जी का स्वागत करता हूं। आज महत्तपूर्ण दिन हैं, दरभंगा एम्स के निर्माण का। दरभंगा में एम्स के निर्माण से बिहार के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी।सीएम नीतीश ने आगे कहा कि वर्ष 2023 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पटना में एम्स निर्माण का निर्णय लिया था। बिहार में एम्स बन गया है। वर्ष 2015 में भी यह तय हुआ कि दूसरी एम्स भी बिहार में बनेगा। अरुण जेटली से दरभंगा एम्स के लिए आग्रह किया था।

वर्ष 2020 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी कहा था कि जल्द से दरभंगा में एम्स बनवाइए।उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स का स्थल बहुत अच्छा है। एम्स बनने से दरभंगा का और भी ज्यादा विस्तार होगा। कहा कि मेडिकल कॉलेज का और विस्तार होगा।दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 25 सौ मरीजों के लाभ के लिए विस्तार किया जाएगा। एम्स निर्माण में राज्य सरकार हर संभव सहयोगी करेगी। दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर एम्स निर्माण संभव नहीं था। 

तेजस्वी ने दिया रिएक्शन

इस बीच, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यदाव ने भी रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि एम्स शोभन हम लेकर गए, ये लोग चाहते थे कि यह DMCH (दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल परिसर) में बने। हमने कहा कि DMCH में यह नहीं बनना चाहिए, इसे बाहर बनाना चाहिए ताकि दरभंगा शहर का विस्तार हो सके। देरी केंद्र सरकार की वजह से हुई। काम नहीं होने के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है।

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