भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) बिलासपुर द्वारा शिक्षण सत्र 2021-22 मुख्य परीक्षा को लेकर गूगल फार्म पर एक सर्वे कराया जा रहा है। जिसमें कई दिलचस्प कमेंट भी आ रहे हैं। राजनांदगांव की एक छात्रा भूमिका कुमारी ने लिखा है कि ब्लाइंडेड मोड (घर पर ऑनलाइन) परीक्षा नहीं होनी चाहिए। इससे नकल को बढ़ावा मिलता है।
प्रतिभावान छात्र पिछड़ जाते हैं। बिलासपुर डीपी विप्र पीजी कॉलेज की छात्रा लिखती है कि परीक्षा वस्तुनिष्ठ पद्धति से लिया जाए। परीक्षा पद्धति को लेकर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय को तत्काल विचार करना चाहिए।
बता दें कि बिलासपुर, मुंगेली, पेंड्रारोड और कोरबा जिले के महाविद्यालयों में 15 अप्रैल के बाद मुख्य परीक्षा होगी। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग ने आफलाइन परीक्षा का निर्णय लिया है। छात्र इसे लेकर लगातार विरोध जता रहे हैं। जैसी पढ़ाई वैसी परीक्षा की मांग कर रहे हैं। एनएसयूआइ छात्रों से गूगल फार्म के जरिए सर्वे करा रहा है। इसकी रिपोर्ट राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कुलपति को सौपेंगे। छात्रों में इस सर्वे को लेकर जबरदस्त उत्साह भी दिख रहा है।
अब तक सर्वे में 50,340 छात्र-छात्राओं ने वोटिंग क्या है। एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष तनमीत छाबड़ा अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से लगातार लिंक शेयर किया जा रहा है। 20 मार्च को सर्वे समाप्त होगा। सर्वे में आनलाइन, आफलाइन और वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र का विकल्प दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि किस विकल्प पर कितने छात्रों ने चुनाव किया है। खास बात यह कि इसमें बड़ी संख्या में छात्राएं हिस्सा ले रही है।
एनएसयूआई के इस सर्वे को लेकर बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे सहित शिक्षकों का भी इसमें जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। उनका कहना है की सर्वे के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि छात्र-छात्राएं अपना विचार भी अभिव्यक्त कर रहे हैं। फिलहाल अब सभी को रिपोर्ट का इंतजार है।