निलंबित एडीजी जीपी सिंह की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। सिंह के खिलाफ राजद्रोह मामले में रायपुर कोतवाली की टीम जीपी सिंह गृहग्राम क्योंझर जिले के बड़बिल पहुंची। बुधवार सुबह दो सदस्यीय टीम जीपी सिंह की तलाश के लिए रवाना की गई थी। हालांकि, पुलिस को जीपी सिंह नहीं मिले। जल्द ही जीपी सिंह के खिलाफ पुलिस लुकआउट नोटिस जारी करेगी।
निलंबित एडीजी के नहीं मिलने पर कोतवाली पुलिस की टीम ने उनके रिश्तेदारों से पूछताछ की और संपर्क होने पर उपस्थित होने का निर्देश देकर वापस लौट आए। मिली जानकारी के अनुसार निलंबित एडीजी सिंह का गांव ओडिशा के क्योझर जिले में है। ओडिशा में दबिश देने से पूर्व रायपुर पुलिस के अधिकारी निलंबित एडीजी को अपना बयान दर्ज कराने के लिए दो बार नोटिस जारी कर चुकी है। नोटिस जारी करने पर निलंबित एडीजी एक बार कोरोना का दूसरी बार टाइफाइड का हवाला दे चुके हैं, लेकिन अभी तक थाने नहीं पहुंचे।
अब तक यह हुआ
– एसीबी ने जून के तीसरे हफ्ते में जीपी सिंह के खिलाफ जांच शुरू की।
– सरकारी आवास और सहयोगियों के 15 ठिकानों पर एसीबी ने एक जुलाई को छापामारा।
– तीन दिन तक जीपी के बंगले में जांच चली।
– जीपी सिंह की 10 करोड़ की अनुपातहीीन संपत्ति और कथित साजिशों से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए।
– पांच जुलाई को कोतवाली थाने में जीपी सिंह पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया।
– जिला कोर्ट में अग्रिम जमानत लगाई गई, इसके बाद वापस ले लिया गया।
– बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका दायकर की गई जहां से कोई राहत नहीं मिली।
– पुलिस ने पहला नोटिस जारी कर थाने में बयान के लिए बुलाया। कोरोना का हवाला देकर नहीं पहुंचे।
– उनके बैंक मैनेजर मणिभूषण का 164 के तहत बयान दर्ज किया गया।
– पुलिस की टीम ने दिल्ली में उनके ठिकानों पर दबिश दी जहां नहीं मिले।
– पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी किया। टाइफाइड का हवाला देकर थाने नहीं पहुंचे।