केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद अमित शाह ने रायपुर में NIA कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये भव्य भवन NIA की बढ़ती साख और बढ़ते हुए दबदबे का प्रतीक है। NIA की स्थापना को ज्यादा समय नहीं हुआ है। NIA ने अल्पकाल में ही पूरे विश्व में उत्तम कार्य की मान्यता प्राप्त की है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आतंकवाद के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुरूप एनआईए और आतंकवाद विरोधी कानूनों जैसी जांच एजेंसियों को मजबूत करने के लिए सभी प्रयास किए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मई 2024 तक सभी राज्यों में शाखाएं होंगी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद, नकली मुद्रा और नशीले पदार्थों सहित अन्य संबंधित अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, और इसलिए हमने एनआईए को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
शाह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने आतंकवाद विरोधी कानूनों को भी मजबूत किया, राज्य सरकारों के साथ आतंकवाद से संबंधित इनपुट साझा किए, भले ही किसी राज्य में पार्टी का शासन क्यों न हो, आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसियों को मजबूत किया और ऐसे अपराधों में सजा की दर में वृद्धि हुई।
इसी नीति के अनुरूप हमारी सरकार ने एनआईए को मजबूत करने की दिशा में काम किया। मुझे खुशी है कि एनआईए द्वारा निपटाए गए मामलों में दोषसिद्धि दर 2014 में 75 फीसदी से 94 फीसदी तक पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने के बाद से ही कश्मीर को आतंक मुक्त बनाने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से शांति देखी जा रही है और आज हमारी एजेंसियां वहां आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने में कामयाब हुई हैं। यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि एनआईए ने 2018, 2019 और 2020 में टेरर फंडिंग में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। कुल 105 मामले (टेरर फंडिंग के) दर्ज किए गए और 876 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 94 मामलों में चार्जशीट दायर की गई।
शाह ने दावा किया कि सरकार ने वामपंथी उग्रवाद को उखाड़ फेंकने का भी वादा किया है जो अब देश के कुछ जिलों तक ही सीमित है। पहले वामपंथी उग्रवाद का प्रभाव 120 जिलों तक फैला था, लेकिन अब यह केवल 46 जिलों तक सिमट कर रह गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुछ ऐसे जिले हैं जो अभी भी इस खतरे से जूझ रहे हैं, लेकिन मेरा दृढ़ विश्वास है कि केंद्र और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से इसे खत्म कर देंगी।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और एनआईए निदेशक दिनकर गुप्ता मौजूद थे।
'मोदी@ 20' पर एक सेमिनार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी को हर व्यक्ति ने अपने-अपने नजरिए से देखा है। किसी को गरीबों का कल्याण करने वाला समाज सेवक दिखाई पड़ता है तो किसी को देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाल दृढ़ इच्छाशक्ति वाला एक मजबूत नेतृत्व दिखाई पड़ता है।