छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित रामदाह जलप्रपात में नहाने के दौरान रविवार को लापता तीन और लोगों के शव मिल गए हैं। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से 15 लोग यहां पिकनिक मनाने गए थे। 

रामदाह जलप्रपात कोरिया जिले के कोटाडोल पुलिस थाना क्षेत्र में आता है और राजधानी रायपुर से 300 किलोमीटर दूर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता राशि और घायलों का इलाज कराने  घोषणा की है।  

अधिकारियों को सूचना मिली थी कि वाटरफॉल में नहाने के दौरान सात लोग डूब गए हैं। शुरुआत में इनमें से दो को बचावकर्मियों ने निकालकर अस्पताल भेजा था। इनमें से एक को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दूसरे की हालत खतरे के बाहर थी। रविवार को ही दो और शव निकाल लिए गए थे। 

कोरिया के कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया कि रविवार को रात होने के बाद राज्य आपदा राहत बल, होमगार्ड, पुलिस व स्थानीय गोताखोरों ने राहत अभियान रोक दिया था। सोमवार सुबह फिर खोजबीन अभियान शुरू हुआ। इसके बाद तीन और शव निकाल लिए गए। इनकी पहचान श्वेता सिंह (22), श्रद्धा सिंह (14) और अभय सिंह (22) के रूप में हुई। इनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। 

बता दें, मध्य प्रदेश के बैढ़न से करीब 15 लोग रविवार को पिकनिक मनाने जलप्रपात पहुंचे थे। इनमें दो परिवारों के लोग शामिल थे। सभी जलप्रपात में नहाने उतरे थे। इस दौरान सात लोग अचानक गहरे पानी में चले गए और डूब गए। हो-हल्ला सुन आसपास लोग पहुंचे व बचाने का प्रयास किया। तुरंत एक युवती व युवक को बाहर निकाला गया। युवक की वहीं मौत हो चुकी थी, जबकि युवती की हालत खतरे से बाहर थी। 

बता दें, करीब पांच महीने पहले भी इसी जलप्रपात में हादसा हुआ था। उस दौरान तीन युवकों की डूबने से मौत हुई थी। वह युवक भी मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। सभी उमरिया जिले से यहां पिकनिक मनाने आए थे। नहाने के दौरान ही ये हादसा हुआ था। 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वाटरफॉल पर चेतावनी बोर्ड लगे होने के बाद भी पर्यटक नहीं मानते हैं और गहरे पानी में चले जाते हैं। इस कारण ऐसे हादसे होते हैं। रामदाह वाटरफॉल बनास नदी पर स्थित होकर बहुत ही सुंदर झरना है। यह भरतपुर जनपद पंचायत में स्थित है। हर साल नागरिक पिकनिक के लिए यहां आते हैं। यह जलप्रपात पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से विकसित है जो वर्षा के दिनों में अपनी सुंदरता बिखेरता है।