दुर्ग के विवेकानंद नगर निवासी योग शिक्षक सरिता साहू का पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया था। उनके साथ ही उनके पति व दोनों बच्चों की कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई। इसके बाद उन्होंने आयुर्वेदिक दवाइयां ली और योग प्रणायाम शुरू किया। इनके बूते पर ही उनका पूरा परिवार महज तीन दिन में कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया।
विवेकानंद नगर दुर्ग निवासी सरिता साहू (50) ने बताया कि मई के पहले सप्ताह में उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई थी। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों का कोरोना जांच कराई गई, जिसमें सरिता के पति एमएन साहू (54), पुत्र विवेक (26) और भावेश (24) की कोरोना रिपोर्ट भी पाजीटिव आई। रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद परिवार ने खुद को आइसोलेट कर लिया।सरिता ने बताया कि वह योग शिक्षिका हैं इसलिए वह जानती थी कि योग-प्राणायम से कोरोना से कैसे जंग जीता जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्वयं सहित परिवार के पूरे सदस्य प्रतिदिन अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, भ्रामरी प्राणायाम के साथ सूर्य नमस्कार करते थे। कोरोन संक्रमित होने की वजह से कठिन आसनों को नहीं किया। सरिता ने बताया कि प्राणायाम के साथ-साथ उसके सहित परिवार के सदस्यों ने आयुर्वेदिक दवा का सेवन किया। काढ़ा और गिलोय का भी नियमित सेवन करते थे।
आक्सीजन लेवल को बनी रहती थी चिंता
कोरोना में आक्सीजन लेवल तेजी से घटने लगता है। संक्रमण के दौरान इसे लेकर चिंता बनी रहती थी। सरिता ने बताया कि योग शिक्षक होने के नाते उसे मालूम था कि योग-प्राणायाम से आक्सीजन लेवल को कैसे मेंनटेन रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि संक्रमण के दौरान परिवार के किसी भी सदस्य का आक्सीजन लेवल कम नहीं हुआ।
उसके सहित परिवार के सभी सदस्य तीन दिन में स्वस्थ्य हो गए। सरिता ने बताया कि कोरोना संक्रमितों में से अधिकांश लोगों को स्वस्थ्य होने के बाद कई तरह के साइड इफेक्ट हो रहे हैं लेकिन उनके सहित परिवार के किसी भी सदस्य को किसी तरह की शारीरिक परेशानी नहीं हुई।