नई दिल्ली। त्योहारों के सीजन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा पुख्ता करने की तैयारी तेज कर दी है। शनिवार सुबह उत्तर-पूर्वी जिले में दंगा-निरोधी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 170 पुलिसकर्मी और कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। अभ्यास के दौरान हालात बिगड़ने पर कैसे त्वरित कार्रवाई की जाए, इसका प्रशिक्षण जवानों को दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि त्योहारों के मद्देनज़र इस तरह के अभ्यास जरूरी हैं और आगे भी समय-समय पर इन्हें आयोजित किया जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की और कहा कि सतर्क रहकर किसी भी अफवाह से बचें।
बेला फॉर्म और यमुना खादर में अभ्यास
ड्रिल सुबह आठ बजे बेला फॉर्म, यमुना खादर और शास्त्री पार्क इलाके में की गई। इसमें एक एसीपी, सात इंस्पेक्टर और 162 जवान वाटर कैनन, वज्र वाहन, गैस गन और अन्य उपकरणों के साथ मौजूद रहे। मॉक ड्रिल में दंगे जैसे हालात का कृत्रिम दृश्य बनाकर पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने और राहत देने के तरीकों का अभ्यास किया।
दूसरी एजेंसियां भी रहीं शामिल
इस दौरान एंबुलेंस और अन्य सहयोगी एजेंसियां भी मौके पर मौजूद थीं, ताकि वास्तविक स्थिति में समन्वय बेहतर हो सके। अभ्यास के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने जवानों को दंगाई भीड़ से निपटने के गुर सिखाए और आवश्यक सावधानियों की जानकारी दी।
त्योहारों की भीड़ को देखते हुए पुलिस का यह एहतियाती कदम राजधानी में सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।