नई दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यूनिट ने एक अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो भारतीय नौकरी चाहने वालों को नकली फ्रेंच D-टाइप वीज़ा उपलब्ध कराता था। इस मामले में तमिलनाडु के नमक्कल निवासी वी. कन्नन वडामलाई (55) को गिरफ्तार किया गया है।

डीसीपी एयरपोर्ट विचित्र वीर ने बताया कि पूछताछ में कन्नन ने अपना जुर्म स्वीकार किया। उसने बताया कि वह परमथी में एक सरकारी आईटीआई चला रहा था और वेलूर में “वेट्री ओवरसीज” नामक विदेशी शिक्षा कंसल्टेंसी भी संचालित करता था।

पुलिस ने बताया कि कन्नन ने मदुरै निवासी सह-आरोपी साथिक सैयद उर्फ़ अब्दुल हकीम की मदद से पेरिस में वेयरहाउस जॉब के लिए कम से कम 16 उम्मीदवारों को लालच दिया। उम्मीदवारों के इंटरव्यू के बाद उनके लिए नकली वीज़ा का इंतज़ाम किया गया। वीज़ा के एवज में कुछ पैसे बैंक ट्रांसफर और कुछ नकद रूप में लिए गए।

साथ ही, अधिकारियों ने कहा कि मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य फर्जी मामलों का पता लगाया जा रहा है। इस कार्रवाई के दौरान तमिलनाडु से वी. कन्नन वडामलाई के अलावा नवीराज सुब्रमण्यम (23), मोहन गांधी एलंगोवन (38) और प्रभाकरन सेंथिलकुमार (28) को भी गिरफ्तार किया गया है।