दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम लाल किले के नज़दीक एक चलती हुई I-20 कार में हुए जोरदार धमाके ने पूरे शहर को दहला दिया। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। देश के सबसे सुरक्षित इलाकों में से एक में हुए इस विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलवामा लिंक आया सामने

धमाके की जांच में जुटी पुलिस को शुरुआती पड़ताल में एक बड़ा सुराग मिला है। जिस कार में विस्फोट हुआ, वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी तारिक नामक व्यक्ति के नाम से जुड़ी है। सूत्रों के अनुसार, यह गाड़ी उसे कुछ समय पहले बेची गई थी। अब दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल की टीमें तारिक की तलाश में जुटी हुई हैं।

हरियाणा नंबर की I-20 से हुआ धमाका

पुलिस ने बताया कि जिस कार में धमाका हुआ, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर HR26CE 7674 है। यह नंबर हरियाणा के गुरुग्राम का निकला। RTO रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि यह कार मोहम्मद सलमान नाम के व्यक्ति के नाम पर दर्ज थी।

ओखला से अंबाला होते हुए पहुंची पुलवामा

गुरुग्राम पुलिस ने सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सलमान ने बताया कि उसने यह गाड़ी करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली के ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। बाद में जांच में यह बात सामने आई कि देवेंद्र ने वह कार अंबाला के एक व्यक्ति को बेच दी थी।

इसके बाद अंबाला पुलिस की मदद से यह कड़ी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा तक पहुंची, जहाँ यह कार तारिक नाम के व्यक्ति के पास मिली थी। दिल्ली पुलिस ने उस व्यक्ति की एक तस्वीर भी जारी की है, जिसमें वह कार की चाबी हाथ में लेकर खड़ा दिखाई दे रहा है।

जांच के कई एंगल पर काम जारी

फिलहाल पुलिस और खुफिया एजेंसियाँ धमाके के हर पहलू की जांच कर रही हैं। चाहे वह कार की खरीद-फरोख्त की चेन हो या संभावित आतंकी लिंक। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।