देश की राजधानी दिल्ली में सत्ता बदलने के बाद दिल्ली सरकार के नए-नए मंत्री एक्शन में हैं. शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो उनके मंत्री सड़कों कामकाज देखने के लिए निकल गए. नए-नए मंत्रियों का बॉडी लैंग्वेज काफी जोशीला था, जैसे वो सब कुछ बदल देंगे और दिल्ली को बेहतर बना देंगे. लोगों को उम्मीद भी ऐसी ही है.

अगर मंत्रियों के एक्शन मोड वाले डिटेल में जाएं तो पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा सबसे ज्यादा एक्टिव दिखे. वो कहीं पुल पर चढ़े तो कहीं सड़क निर्माण की क्वालिटी चेक करते भी दिखे. मंत्री जी ने अपने काम की शुरुआत भैरो मार्ग से सराय काले खां, और रिंग रोड पर सड़क मरम्मत के कार्य का निरीक्षण कर के किया.

यहां उन्होंने लोगों से बातचीत कर उनकी शिकायतें भी सुनीं और भरोसा दिया कि समस्याओं के समाधान किया जाएगा. इसके बाद प्रवेश वर्मा ने बारापुला रोड पर पीडब्ल्यूडी कामों का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से कहा कि सड़क ऐसी बनाएं जो 10-15 साल तक चले.

आशीष सूद भी एक्शन में नजर आए

वहीं, शहरी विकास मंत्री आशीष सूद भी आज काफी एक्शन में थे. उन्होंने दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सफाई व्यवस्था की जानकारी ली. कई जगहों पर एमसीडी अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. पंखा रोड के पास पड़े कूड़े के ढेर को साफ कराने के लिए तो वो खुद मौके पर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर अवैध कूड़ा और अवैध मलबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने अस्पतालों का दौरा किया. वो नजफगढ़ में जाफरपुर स्थित राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, ‘अस्पताल के मौजूदा हालात बेहद खराब हैं. यहां डॉक्टरों की कमी है. एक-एक कर सभी समस्याओं का समाधान होगा.

मंत्रियों के एक्शन ने दिलाई नायक फिल्म की याद

बॉलीवुड की एक फिल्म थी नायक, उसमें अनिल कपूर जब सीएम बने थे तो वो सड़कों पर ऑन स्पॉट फैसले लेते थे. कई बार सत्ता बदलने के कुछ दिनों तक हमारे नेताओं में नायक वाली वो झलक दिखती है लेकिन धीरे-धीरे जोश ठंडा हो जाता है और नेता और मंत्री दफ्तर में एसी की ठंडी हवाओं में काम करने को ज्यादा बेहतर मानने लगते हैं. फिलहाल दिल्ली के मंत्रियों में जो जोश है और उसे बरकरार रहने की उम्मीद की जा रही है और नायक वाला ये अवतार टेम्परेरी नहीं बल्कि परमानेंट हो. वो दफ्तरों में कम बैठे, सड़कों पर लोगों की समस्या को ज्यादा देखें और उसका समाधान करें.