मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि दिल्ली के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक आयोजनों में पदक जीतकर भारत का तिरंगा दुनिया भर में फहराएं। इसे साकार करने के लिए दिल्ली सरकार ने राजधानी के विजेता खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाई है और उन्हें उच्चस्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के विशेष कदम उठाए हैं।
शनिवार को त्यागराज स्टेडियम में आयोजित संवाद सत्र में मुख्यमंत्री ने उभरते और प्रतिष्ठित खिलाड़ियों से मिलकर दिल्ली सरकार की खेल नीति की जानकारी साझा की। उन्होंने प्रतिभावान छात्रों और खिलाड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और चैंपियनों रवि दहिया, शरद कुमार, तेजस्विन शंकर, नारायण ठाकुर, नरेंद्र ग्रेवाल और प्रीतम रानी के योगदान की सराहना की।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ियों की उपलब्धियां पूरे 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलों को मिली नई मान्यता का भी उल्लेख किया।
उन्होंने बताया कि हाल ही में पारित नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस एक्ट 2025 (खेलों का संविधान) के तहत खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण, प्रशिक्षित कोच, आधुनिक स्टेडियम, उत्तम आहार और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को ओलंपिक, एशियाई, कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए करोड़ों रुपये तक के पुरस्कार और सम्मानजनक सरकारी नौकरियां भी दे रही है।
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व में खेलों और खिलाड़ियों को उचित महत्व नहीं दिया जाता था, लेकिन वर्तमान सरकार ने पुरस्कार राशि, सुविधाओं और संसाधनों में सुधार किया है, जिससे दिल्ली के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शहरी विकास और शिक्षा मंत्री अशीष सूद ने कहा कि खिलाड़ियों की हर समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा और दिल्ली को खेलों की राजधानी बनाने के लिए सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा।