दिल्ली में ओवरस्पीडिंग पर लगाम कसने में नाकाम ट्रैफिक पुलिस, चालान में 14% की बढ़ोतरी

दिल्ली की सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही कारण है कि इस वर्ष जनवरी से जून के बीच ओवरस्पीडिंग के मामलों में पिछले साल की तुलना में करीब 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 15 जून 2025 तक राजधानी में कुल 14,27,691 वाहनों के चालान तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने के लिए किए गए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 12,55,634 थी।

ओवरस्पीड के मामलों में वसंत विहार सर्कल सबसे आगे रहा, जहां सबसे अधिक चालान काटे गए। इसके बाद महरौली और मयूर विहार सर्कल क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

रात में तेज रफ्तार और SUV सबसे बड़ी चुनौती

ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, ओवरस्पीडिंग की सबसे ज्यादा घटनाएं रात के समय और कम ट्रैफिक वाले इलाकों में सामने आती हैं। विशेष रूप से एसयूवी और भारी वाहनों की तेज रफ्तार, पुलिस के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। जिन वाहन चालकों का चालान किया गया, उनसे पूछताछ में सामने आया कि वे अधिकतर मज़ा लेने या रोमांच के लिए तेज गाड़ी चलाते हैं। इनमें शराब के नशे में गाड़ी चलाने के मामले भी कम नहीं हैं।

कई बार पकड़े जाने पर चालक बहानेबाज़ी करते नजर आते हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए लगातार निगरानी बढ़ा रही है।

हाईटेक कैमरों की मदद से निगरानी

शहर में ओवरस्पीडिंग पर नजर रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ओवर-स्पीड वायलेशन डिटेक्शन (OSVD) सिस्टम के तहत हाईटेक कैमरे लगाए हैं। ये कैमरे तय सीमा से अधिक गति वाले वाहनों की पहचान कर तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को अलर्ट भेजते हैं, जिसके आधार पर चालान सीधे वाहन मालिक के पते पर भेजा जाता है।

इसके अतिरिक्त, पुलिस कर्मियों की तैनाती रात के समय प्रमुख मार्गों पर की जा रही है, ताकि तेज रफ्तार वाहनों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ तकनीकी निगरानी ही नहीं, बल्कि गति सीमा निर्धारण, सड़कों की सुरक्षा व्यवस्था और चालकों को जागरूक करने की दिशा में भी काम तेज करने की जरूरत है।

जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा चालान हुए:

क्षेत्रचालान की संख्या
वसंत विहार1,53,997
महरौली1,19,356
मयूर विहार1,13,360
दिल्ली कैंट1,05,164
भजनपुरा1,04,960
पार्लियामेंट स्ट्रीट95,816
सिविल लाइंस80,895
द्वारका73,249
तिमारपुर66,039
पश्चिम विहार62,139

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