हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) अंबाला इकाई ने एक बड़ी कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के चार अति-वांछित शूटरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 अवैध पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह शूटर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।

गुप्त सूचना पर कार्रवाई
एसटीएफ अंबाला को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गैंग के सक्रिय शूटर कुरुक्षेत्र के पास किसी साजिश को अंजाम देने के लिए मौजूद हैं। सूचना मिलते ही टीम ने जीटी रोड स्थित उमरी (कुरुक्षेत्र) के ले-बाई क्षेत्र में चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपियों का विवरण

  1. गगन – गांव भालखी, महेंद्रगढ़ (पूर्व में पानीपत जेल में बंद)

  2. जयंत कुमार – गांव भगवाड़ी कलां, राजस्थान (पूर्व में मर्डर केस में जेल में)

  3. नरेश कुमार – गांव राता मोहलडा, महेंद्रगढ़

  4. साहिल – गांव दुन्धरेहडी, कैथल

साजिश और बड़े अपराध की योजना
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों को गैंगस्टर नितिन फौजी और रामबीर जाट के कहने पर रेवाड़ी-नारनौल हाईवे पर टोल प्लाजा पर फिरौती के लिए फायरिंग करनी थी। इसके अलावा, गैंगस्टर मयंक उर्फ सुनील मीणा के इशारे पर ये शूटर रांची (झारखंड) में भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।

क्रिमिनल बैकग्राउंड
गगन पहले राकेश हत्याकांड में शामिल रहा है, जबकि जयंत कुमार ने मंदीप भगवाड़ी कलां की हत्या की थी। दोनों हाल ही में जमानत पर बाहर आए थे और फिर से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए सक्रिय हो गए थे।

कानूनी कार्रवाई और आगे की योजना
थाना सदर थानेसर (कुरुक्षेत्र) में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 111(3), 111(4), 3(5) और आर्म्स अमेंडमेंट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। एसटीएफ अब आरोपियों को रिमांड पर लेकर यह पता लगाएगी कि इनके निशाने पर और कौन थे और गैंग के अन्य सदस्य कहाँ छिपे हैं।