भिवानी। एसटीएफ रोहतक और सीआईए प्रथम भिवानी की संयुक्त कार्रवाई में न्यायालय परिसर फायरिंग और लवजीत हत्या मामले में फरार चल रहे 20,000 रुपये के ईनामी अपराधी अजय उर्फ भोला को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। आरोपी अजय डाडमा, जिला चरखी दादरी का निवासी है और उसके खिलाफ पहले भी मारपीट, हथियार अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में कई मामले दर्ज हैं।

घटना की पृष्ठभूमि के अनुसार, 4 सितंबर को भिवानी न्यायालय परिसर में लवजीत, बिजेन्द्र और काला चाय की दुकान के पास थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोली चला दी। इस फायरिंग में लवजीत को तीन गोली लगीं, जिन्हें पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल और बाद में पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। उपचार के दौरान लवजीत की मौत हो गई। इस मामले की जांच एसटीएफ रोहतक कर रही है और अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

मुठभेड़ और गिरफ्तारी

शनिवार सुबह करीब 3 बजे, भिवानी-रोहतक रोड के पास टोल टैक्स क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अजय अपने साथी संदीप के साथ हथियारों के साथ किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिस पर आरोपी ने फायरिंग की और खेतों की ओर भागने लगे। जवाबी कार्रवाई में अजय के दोनों पैरों में गोली लगी और उसे इलाज के लिए पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल और बाद में पीजीआई रोहतक भेजा गया। संदीप को मौके से हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया और उनसे अवैध हथियार भी बरामद किए।

एसआई की बहादुरी

मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ रोहतक के एसआई सिकंदर को भी छाती में गोली लगी, लेकिन वे बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने के कारण सुरक्षित रहे। एसपी ने उनकी बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि संगठित अपराध में शामिल आरोपी की गिरफ्तारी में उनकी भूमिका सराहनीय रही।

एसपी भिवानी सुमित कुमार ने बताया कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और पुलिस किसी भी अपराधी को गोली के जवाब में गोली से नहीं छोड़ेगी। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी अपराधियों को आर्थिक मदद, आश्रय या किसी प्रकार से सहायता प्रदान करता है, उसके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।