पाकिस्तान के लिए जासूसी के मामले में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा के पिता हरीश मल्होत्रा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर बेटी की बेगुनाही की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना ठोस सबूत के कार्रवाई की है और ज्योति से कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवा कर मनमर्जी से बयान तैयार किए गए हैं।
हरीश मल्होत्रा ने पत्र में लिखा है कि पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर का आधार वही बयान है जो पूछताछ के दौरान तैयार किए गए, लेकिन उन बयानों में बेटी को ही अपने खिलाफ गवाह बना दिया गया है, जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 20 का उल्लंघन है। उनका दावा है कि देशद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में अब तक कोई भी प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि हिसार पुलिस अधीक्षक ने भी प्रेस नोट के माध्यम से स्पष्ट किया है कि जांच में ज्योति के पास किसी भी संवेदनशील या सैन्य सूचना तक कोई पहुंच नहीं पाई गई है। इस आधार पर, उन्होंने आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धाराओं को भी अनुपयुक्त करार दिया।
सोमवार को कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए ज्योति की पेशी हुई, जहां उसकी न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी गई। अब अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी।
हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उनकी बेटी एक ट्रैवल ब्लॉगर है और पाकिस्तान यात्रा के दौरान बनाए गए वीडियोज़ आम पर्यटन सामग्री जैसी ही हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर किसी वीडियो पर आपत्ति होती है, तो वह स्वयं उसे हटवा देंगे और उन्होंने यह भी वादा किया कि भविष्य में उनकी बेटी पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी।
अंत में, उन्होंने राष्ट्रपति से अपील की कि एफआईआर को निरस्त कर निष्पक्ष न्याय दिलाया जाए।