उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा सोमवार देर शाम अपने पद से दिए गए इस्तीफे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को मंजूरी दे दी। धनखड़ ने अपने पत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ने की बात कही थी। हालांकि विपक्ष अब इस मसले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश में जुट गया है।

हरियाणा के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि धनखड़ ने पूरी स्पष्टता के साथ अपने स्वास्थ्य को कारण बताया है और वह एक ईमानदार, सच्चे स्वभाव के व्यक्ति हैं। विज ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हर मुद्दे को तूल देने की आदत से मजबूर है और इस संवेदनशील मामले पर भी राजनीति करने में लगा है।

वोटर सत्यापन पर भी विपक्ष की आलोचना
बिहार में चुनाव पूर्व चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान पर भी विपक्ष की ओर से आपत्तियां जताई गईं, जिन पर मंत्री विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा फर्जी वोटिंग को लेकर शोर मचाता रहा है, और अब जब चुनाव आयोग मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित कर रहा है, तब भी उसे आपत्ति है। विज ने सवाल उठाया, "विपक्ष ऐसे लोगों की पैरवी क्यों कर रहा है जो वैध मतदाता नहीं हैं?"

कांवड़ यात्रा पर विवादित टिप्पणी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
सम्भल से समाजवादी पार्टी के विधायक द्वारा कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए बयान—जिसमें उन्होंने शिव भक्तों की तुलना "गुंडों" से की—पर मंत्री विज ने कड़ा ऐतराज़ जताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश की धार्मिक परंपराओं में हमेशा खोट ढूंढते हैं और उन्हें अपनी सोच पर पुनर्विचार करना चाहिए। "हर धर्म को अपने रीति-रिवाज मानने का अधिकार भारत के संविधान ने दिया है," विज ने कहा।

ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर टिप्पणी को बताया अपमानजनक
ऑपरेशन सिंदूर और कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस विधायक द्वारा सांसदों और मंत्रियों पर की गई टिप्पणी पर भी विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विदेश जाकर भारत का पक्ष रखने वाले जनप्रतिनिधियों को "पीएम का दिमाग" कहकर कमतर आंकना न केवल गलत है, बल्कि अपमानजनक भी है। "इन नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का दृष्टिकोण रखा और पाकिस्तान की झूठी बातों का पर्दाफाश किया," विज ने कहा।

सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार: विज
विपक्ष की इस मांग पर कि संसद में पहलगाम हमले पर सरकार जवाब दे, अनिल विज ने कहा कि सरकार ने कभी जवाब देने से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी कह चुके हैं कि सरकार हर मुद्दे पर स्पष्टता से बात करने को तैयार है, लेकिन विपक्ष खुद नहीं चाहता कि सच्चाई सामने आए।