जम्मू संभाग के  मंडलायुक्त   रमेश कुमार गुरुवार को डोडा बस हादसे में घायल हुए लोगों का हाल जानने के लिए जीएमसी डोडा पहुंचे। जीएमसी डोडा के प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल में दाखिल को घायलों को दिए जा रहे उपचार के बारे में जानकारी दी। मंडलायुक्त ने स्वयं वार्डों का दौरा कर मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। साथ ही उन्होंने मरीजों को प्रदेश प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे डोडा के अस्सर इलाके में बस हादसा हो गया। किश्तवाड़ से जम्मू आ रही सवारियों से भरी बस 300 फुट नीचे पुराने जम्मू-किश्तवाड़ हाईवे की सड़क पर गिर गई। यह जम्मू-कश्मीर में अब तक के सबसे बड़ा सड़क हादसा माना जा रहा है। इसमें 39 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। घायलों में चार की हालत गंभीर है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों को दो लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपये सहायता देने की घोषणा की है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों को पांच लाख तथा घायलों को एक लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इससे पहले 2019 में किश्तवाड़ के संगवारी इलाके में मिनी बस के खाई में गिरने से 35 की मौत व 17 घायल हो गए थे।

एक घायल ने जम्मू लाते समय रास्ते में दम तोड़ा

पुलिस ने बताया कि सुबह सवारियों से भरी बस (नंबर जेके02 सीएन 6555) किश्तवाड़ से जम्मू के लिए चली थी। सुबह 11.50 बजे यह बस अस्सर के त्रंगल पुल के पास पहुंची और वहां एक तीखे मोड़ पर 300 फीट नीचे सड़क पर जा गिरी। जिस वक्त यह हादसा हुआ उसमें 55 यात्री सवार थे। दुर्घटनास्थल पर ही 36 सवारियों की मौत हो गई, जबकि 19 घायलों को स्थानीय निवासियों, पुलिस तथा सेना की मदद से मौके से निकाला गया। इनमें गंभीर रूप से घायल छह लोगों को एयरलिफ्ट कर सरकारी मेडिकल कॉलेज जम्मू व डोडा रेफर किया गया। जम्मू में दो घायलों की मौत हो गई। एक घायल को जम्मू लाते समय उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार यह बस जर्जर थी और इसमें क्षमता से अधिक सवारी थे। इसी वजह से यह दुर्घटना हुई।

मरने वालों में नौ महिलाएं भी शामिल

दुर्घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तत्काल स्थानीय लोग पहुंच गए। पुलिस, सेना, एसडीआरएफ तथा अर्धसैनिक बलों के जवान भी मौके पर डट गए। तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। बस में फंसे यात्रियों को निकाला गया। घायलों का पास के अस्पताल में इलाज कराया गया। छह गंभीर घायलों में चार को एयरलिफ्ट कर जम्मू लाया गया। मरने वालों में 37 की शिनाख्त हो चुकी है। दो की फिलहाल शिनाख्त नहीं हो पाई है। मरने वालों में से तीन बिहार, तीन छत्तीसगढ़, दो उत्तर प्रदेश तथा शेष डोडा, किश्तवाड़,कठुआ, रामबन व जम्मू के थे। मरने वालों में नौ महिलाएं भी शामिल हैं।