पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें जम्मू के सर्किट हाउस में हिरासत में लिया गया है. यह सब जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द करने के लिए किया गया है. उन्होंने अपने एक्स पर लिखा कि यह नया कश्मीर है और इसका असली चेहरा है. चुनी हुई सरकार दिल्ली में लंच आयोजित करने में इतनी व्यस्त है कि उसे मानवाधिकार उल्लंघन के पीड़ितों की चिंता नहीं है.

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ितों के परिवारों से मिलना और उन्हें सांत्वना देना अब अपराध बन गया है. यह पुलिस की हालिया कार्रवाई से स्पष्ट है, जिसने इल्तिजा को जम्मू के सर्किट हाउस में हिरासत में लिया है, और उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोक दिया है. इल्तिजा कठुआ के बिलावर में माखन दीन के परिवार से मिलना चाहती थी. जिन्होंने हाल में आत्महत्या कर लिया था. हालांकि, उन्होंने आज सुबह पीड़ित परिवार से मुलाकात की है.

इल्तिजा को भगोड़े की तरह यात्रा करनी पड़ी- महबूबा

वहीं, इल्तिजा मुफ्ती का आरोप है कि माखन दीन पुलिस की यातना से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हो गए थे. उन्होंने कहा है कि सरकार को मानवाधिकार उल्लंघन के पीड़ितों की चिंता नहीं है. वहीं, महबूबा मुफ्ती ने एक पोस्ट में कहा कि आखिरकार इल्तिजा माखन दीन के शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचीं. यह बेहद दुखद है कि उन्हें पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए इतनी सारी बाधाओं का सामना करना पड़ा और एक भगोड़े की तरह यात्रा करनी पड़ी.

इल्तिजा को दंडित किया जा रहा- महबूबा मुफ्ती

एक अलग पोस्ट में महबूबा मुफ्ती ने लिखा, ‘अब इल्तिजा को जम्मू के सर्किट हाउस में हिरासत में लिया है. उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोक दिया है. स्वतंत्र नागरिकों के रूप में हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति यह घोर उपेक्षा एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति को उजागर करती है.’ उन्होंने कहा कि आरोप लगाया कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और विडंबनापूर्ण है कि एक राज्य सरकार के मंत्री की बिलावर यात्रा पुलिस द्वारा सुगम बनाई गई थी और इल्तिजा को इसके लिए दंडित किया जा रहा है.’