मध्यप्रदेश के शिवपुरी ज़िले में श्रावण मास में शिवभक्ति अपने चरम पर है। कांवड़ यात्राओं के इस पावन माहौल में कोलारस तहसील के सेसई सड़क गांव के युवाओं ने भक्ति की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने पूरे क्षेत्र का ध्यान खींचा है। यहां के 56 युवाओं ने उत्तर प्रदेश के सोरों से डाक कांवड़ में गंगाजल भरकर करीब 400 किलोमीटर का सफर लगातार दौड़ते हुए तय किया और बुधवार को गांव लौटकर रईया वाले हनुमान मंदिर स्थित प्राचीन शिवालय में जलाभिषेक किया।

गंगाजल से भरी कांवड़ लेकर इतनी लंबी दूरी दौड़कर तय करना एक कठिन और अनुकरणीय संकल्प था। श्रद्धा और साहस से परिपूर्ण इस यात्रा ने न सिर्फ शिवभक्तों को प्रेरित किया बल्कि पूरे जिले को भक्ति के रंग में रंग दिया। युवाओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के चरणों में जल अर्पित किया और 'बम-बम भोले' के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।

दौड़ते हुए पूरी की चार सौ किलोमीटर की यात्रा

श्रावण मास के दौरान देशभर में कांवड़ यात्रा की परंपरा निभाई जाती है, लेकिन सेसई सड़क गांव के इन युवाओं ने इस परंपरा को एक नया रूप दिया। गंगाजल को कांवर में लेकर इन्होंने पैदल चलने की बजाय लगातार दौड़ लगाई, जिससे यह यात्रा और भी विशेष बन गई। इन युवाओं का उत्साह और भक्ति का भाव देखने लायक था।

नगर में हुआ स्वागत, गूंजे जयकारे

जैसे ही ये शिवभक्त अपने गांव लौटे, नगरवासियों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। स्थानीय शिव मंदिर में इन युवाओं का अभिनंदन किया गया और उनके साहसिक कांवड़ संकल्प को सराहा गया। साथ ही श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में 'हर-हर महादेव' और 'बम बम भोले' के जयघोष के साथ माहौल को भक्तिमय बना दिया।