मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले में मानवता को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ दो मासूम बच्चों की हत्या उनके ही मौसा ने अपने साथी के साथ मिलकर कर दी। इस दोहरे हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।

घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान भोजराम बेलवंशी के रूप में हुई है, जिसने अपने मित्र शुभम जावरे के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। जांच में यह खुलासा हुआ है कि भोजराम की नीयत लंबे समय से बच्चों की मां पर खराब थी। महिला को पाने की मंशा में उसने बच्चों को बाधा मानते हुए उनकी हत्या की साजिश रच डाली।

पुलिस के अनुसार, मृतक बच्चे — मयंक (कक्षा 4) और दिव्यांश (कक्षा 2) — अपनी मां के साथ रहते थे, जो मज़दूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती थीं। महिला का अपने पति से करीब पांच साल पहले तलाक हो चुका था। बच्चों के लापता होने पर मां ने 15 जुलाई की रात को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।

जांच के दौरान कोतवाली और डूंडा सिवनी थाना पुलिस ने एक संदिग्ध से पूछताछ के बाद अहम सुराग जुटाया, जिसके आधार पर अंबामाई के जंगल में तलाशी अभियान चलाया गया। जंगल में लगभग तीन किलोमीटर भीतर घाटी में पत्थरों के नीचे दोनों बच्चों के शव बरामद हुए। एफएसएल और डॉग स्क्वॉड की टीम ने घटनास्थल से महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए।

पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ के दौरान यह साफ हुआ कि आरोपी भोजराम ने अपने साथी शुभम के साथ मिलकर बच्चों की बेरहमी से हत्या की। बच्चों की मौजूदगी को उसने अपने मंसूबों के लिए रुकावट माना और उसी वजह से इस क्रूर घटना को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।