पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन पर फायरिंग के मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पंजाब पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है। एफआईआर के मुताबिक सेना के चार जवान सागर, कमलेश, संतोष और योगेश अपनी ड्यूटी के बाद कमरे में सो रहे थे। तभी सफेद कुर्ता पजामा पहने दो नकाबपोशों ने उन पर राइफल और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
मेजर के बयान पर पुलिस ने दर्ज किया केस
बठिंडा कैंट पुलिस ने 80 मीडियम रेजीमेंट के मेजर आशुतोष शुक्ला के बयान पर दो अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। मेजर ने पुलिस को बताया है कि उनकी यूनिट के एक वार्ड कर्मी ने घटना की सूचना दी। बताया कि कमरे में सो रहे चारों सैनिकों की दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वार्ड कर्मी के अनुसार दोनो आरोपी सफेद कुर्ते पजामे में थे और मुंह ढक रखा खा। मेजर ने अपने बयान में बताया कि वार्ड कर्मी के अनुसार आरोपी घटना को अंजाम देकर जंगल की तरफ भाग निकले।
मेजर ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में कारतूस के खोल मिले। चारों जवान के पार्थिव शरीर खून से लथपथ कमरे में पड़े थे। एसपी (डी) अजय गांधी ने बताया कि पुलिस ने मेजर शुक्ला के बयान पर दो अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार सैन्य अधिकारियों ने वार्ड कर्मी से पूछताछ की तो उसने बताया कि आरोपी चारों जवानों को मारने के बाद पांचवें जवान के कमरे का गेट खटखटा रहे थे लेकिन अंदर से बंद होने की वजह से आरोपी कामयाब नहीं हो सके।
उधर, सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग की घटना के दौरान आर्टिलरी यूनिट के चार जवानों की गोली लगने से मौत हुई है। अन्य कर्मियों को कोई चोट या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है। इलाके को सील कर दिया गया है और पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त जांच की जा रही है। दो दिन पहले गायब 28 कारतूस और एक इंसास राइफल की घटना में संलिप्तता की संभावना समेत सभी पहलुओं का पता लगाया जा रहा है।
जांच दौरान मिले इंसास राइफल के 19 खोल
एसपी (डी) अजय गांधी ने बताया कि घटना की प्राथमिक जांच दौरान सेना एवं पुलिस को इंसास राइफल के 19 खोल मौके से मिले हैं। आशंका जताई जा रही कि उक्त घटना में चोरी की गई इंसास राइफल का इस्तेमाल किया गया है। घटना के बारे में सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी।