जालंधर के धन्नो वाली फाटक के पास गन्ने के रेट बढ़ाने और पराली जलाने के केसों को रद्द करवाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल पर धरना प्रदर्शन बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है। किसानों ने जालंधर-लुधियाना हाईवे पर धरना लगाया हुआ है, जिसमें सभी किसान संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
वहीं किसानों के हाईवे जाम करने को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर कहा कि मेरी किसान यूनियनों को विनती है कि हर बात पर सड़कों को रोक कर आम लोगों को अपने विरोध ना करें। सरकार से बातचीत करने के लिए चंडीगढ़ का पंजाब भवन, सेक्रेटेरिएट, खेती-बाड़ी मंत्री का दफ्तर और मेरा दफ्तर और घर है न कि सड़कें। अगर यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं धरना लगाने के लिए तुम्हें लोग नहीं मिलेंगे। लोगों की भावनाओं को समझो।
किसान नेता बलविंदर सिंह ने बताया कि धरना दूसरे दिन में पहुंच चुका है और आज हाईवे के साथ-साथ सर्विस लेन भी बंद कर दी गई है। जरूरी सेवाओं के लिए रास्ता खोला गया है इसके अलावा किसी को भी इस रास्ते से निकलने नहीं दिया जाएगा। अब तक धरने में कुल 22 किसान संगठन पहुंच चुके हैं और बाकी संगठन भी पहुंच जाएंगे।
इस दौरान बलविंदर सिंह ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर जल्द हमारी मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले समय में यहां पर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। लोगों को हो रही परेशानियां पर किसानों ने कहा कि मजबूरी में धरने करने पड़ रहे हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वह इस रास्ते को छोड़ किसी ओर रास्ते को अपना कर अपनी मंजिल पर पहुंचे। किसान रेलवे ट्रैक को भी बंद करने की घोषणा कर चुके हैं।
ट्रैफिक डायवर्जन रूट जारी
जालंधर से आगे गंतव्य पर जाने वाले यात्रियों को पुलिस ने ट्रैफिक जारी कर उसके हिसाब से सफर करने का सुझाव दिया है। अमृतसर जाने के लिए आदमपुर, किशनगढ़ करतारपुर के रास्ते से और फिल्लौर से नूर महल और नकोदर होते हुए जाएं। चंडीगढ़ जाने के लिए किशनगढ़, आदमपुर, होशियारपुर, गढ़शंकर, नवांशहर होते हुए निकले। लुधियाना के लिए किशनगढ़, आदमपुर मेहटियाणा और फगवाड़ा होते हुए सफर करें। पठानकोट जाने के लिए फिल्लौर से राहों, नवांशहर, गढ़शंकर, होशियारपुर से निकलें।