केंद्र सरकार की ओर से गेहूं की खरीद को लेकर लगाए गए कट के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के साथ संबंधित किसान संगठनों ने मंगलवार को अमृतसर के रेलवे स्टेशन पर धरना शुरू कर दिया। किसानों की ओर से यह धरना दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक दिया जाएगा। इसके चलते अमृतसर में सारी अप एंड डाउन ट्रेन बंद रहेगी। 

भारतीय किसान यूनियन उगराहां ग्रुप की ओर से अमृतसर से पठानकोट जाने वाले ट्रैक पर कस्बा मजीठा के पास गांव तलवंडी में धरना दिया जा रहा है। जिसके चलते अमृतसर पठानकोट रेल ट्रैक भी पूरी तरह बंद है। किसानों की मांग है कि मौसम से प्रभावित हुई गेहूं की फसल के ऊपर लगाया गया रेट कट पूरी तरह रद्द किया जाए।

फरीदकोट, बठिंडा में नारेबाजी
फरीदकोट के रेलवे स्टेशन पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठनों ने ट्रैक पर धरना दिया। किसान केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के रेट में कटौती का विरोध कर रहे हैं। साथ ही मुआवजा न देने के लिए पंजाब सरकार को भी कोस रहे हैं। वहीं बठिंडा में किसानों ने ट्रेनें रोककर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

खन्ना में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठने का एलान किया लेकिन काफी देर तक कोई भी किसान रेलवे ट्रैक पर नहीं पहुंचा, हालांकि पुलिस द्वारा मुकम्मल प्रबंध किए गए हैं। डीएसपी खन्ना करनैल सिंह पुलिस पार्टी के साथ स्टेशन पर मौजूद हैं। 

लुधियाना के नजदीक किसान संगठनों ने फिल्लौर और जगरांव में रेलवे ट्रैक जाम किए हैं। फिल्लौर में करीब 100 से 150 लोग मेन रेलवे लाइनों पर धरना देकर बैठे हैं। जबकि जगरांव स्टेशन पर 50 से 60 लोग रेलवे लाइनों पर बैठे हैं। प्रदर्शन के कारण शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस और दादर एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें लुधियाना स्टेशन पर ही रुकी हुई हैं।

सुनाम में भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के नेतृत्व में इकट्ठा हुए किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन के प्रतिनिधि जसविंदर सिंह लौंगोवाल, जसवीर सिंह मेदेवास ने कहा कि गेहूं पर 31.67 रुपये प्रति क्विंटल तक का क्वालिटी कट लगाकर केंद्र सरकार ने किसानों के जख्मों पर नमक छिड़का है। मौसम की मार की वजह से पहले ही गेहूं का झाड़ कम प्राप्त हुआ है। साथ ही फसल की क्वालिटी भी इस आपदा की भेंट चढ़ गई है लेकिन सरकार अब क्वालिटी कट के नाम पर किसानों का आर्थिक शोषण कर रही है। प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई सरकारें करें। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार, कट के फैसले को रद्द करे।