कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को महात्मा गांधी की ज्यंती पर अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए। निजी दौरे पर पहुंचे राहुल ने सिर पर पगड़ी की जगह नीले रंग का पटका बांधा हुआ था।
इससे पहले जब वे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अमृतसर आए थे तो उन्होंने पीली पगड़ी पहनी थी। माथा टेकने के बाद राहुल गांधी ने लंगर हॉल में बर्तनों की सेवा की।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए अमृतसर आ रहे हैं। यह उनकी निजी, आध्यात्मिक यात्रा है। उनकी निजता का सम्मान करें। सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे इस यात्रा के लिए शारीरिक रूप से उपस्थित न हों। आप सभी अपना उत्साहपूर्वक समर्थन दिखा सकते हैं और अगली बार उनसे मिल सकते हैं।
कांग्रेस पार्टी की ओर से बताया गया है कि यह राहुल का दौरा निजी है। इस दौरान कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। इसे देखते हुए पंजाब के कांग्रेसी नेता उनके स्वागत के लिए श्री हरमंदिर साहिब नहीं पहुंचे हैं। उनके इस दौरे से पहले पंजाब पुलिस द्वारा सुरक्षा के इंतजाम भी कड़े किए गए हैं। एयरपोर्ट अमृतसर पर राणा केपी, सांसद गुरजीत सिंह औजला, इंटक के नेता सुरिंदर शर्मा आदि ने राहुल गांधी का स्वागत किया।
वहीं शिरोमणि अकाली दल बादल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि राहुल गांधी को श्री अकाल तख्त साहिब भी जाना चाहिए। जिसे राहुल गांधी की दादी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने टैंक-तोप से उड़ाया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को वह तभी सिखों का हमदर्द मानेंगे, जब वे अपनी दादी के किए को गलत ठहराएं। उन्होंने कहा कि हमें राहुल का यह दिखावा नहीं चाहिए।