पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बनी अनिश्चितता को सुलझाने के प्रयास तेज हो गए हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता लालू यादव और महागठबंधन के प्रमुख तेजस्वी यादव से पटना में मुलाकात की। यह बैठक लगभग एक घंटे तक चली।
बैठक के बाद गहलोत ने कहा कि हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। कल यानी गुरुवार को सब कुछ साफ कर दिया जाएगा। हालांकि 5 से 7 सीटों पर महागठबंधन के भीतर ‘फ्रेंडली मुकाबला’ हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मिलकर चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे।
गहलोत ने आगे कहा, बिहार में 243 सीटें हैं। कभी-कभी कुछ सीटों पर छोटे-छोटे अंतर से प्रतिद्वंद्विता हो सकती है। इसे महागठबंधन की कमजोरी नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक जोश के रूप में देखा जाना चाहिए। हम साथ मिलकर प्रचार करेंगे और चुनाव जीतेंगे।
बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन के भीतर पिछले कुछ समय से सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएँ चल रही थीं। कांग्रेस ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि गठबंधन पूरी तरह एकजुट है और जल्द ही सभी भ्रम दूर किए जाएंगे।
गहलोत ने कहा कि कई बार स्थानीय परिस्थितियों और कार्यकर्ताओं के उत्साह के कारण कुछ सीटों पर ऐसे हालात बन जाते हैं। इसे विवाद या समस्या के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, विकासशील इंसान पार्टी और वामदलों के बीच अब भी राज्य की कम से कम 11 विधानसभा सीटों पर आंतरिक मतभेद हैं। कांग्रेस के राज्य प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि 243 सीटों पर मुकाबला सीधे तौर पर एनडीए के खिलाफ है। यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि बिहार की जनता और उनके भविष्य की लड़ाई है। महागठबंधन इस बार बदलाव की बयार लाएगा।