बहराइच के रियल एस्टेट व्यवसायी अब्दुल रहमान उर्फ़ मोईन खान पर आयकर विभाग की कार्रवाई में बड़े पैमाने पर कर चोरी की आशंका सामने आई है। विभाग की तीन दिन तक चली जांच शुक्रवार को समाप्त हुई, जिसमें लगभग 50 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के संकेत मिले हैं।

छापेमारी खत्म होने के बाद विभाग अब मोईन खान और उसकी फर्मों को सामान उपलब्ध कराने वाले कई व्यापारियों को नोटिस भेजकर पूछताछ करने की तैयारी में है।

लखनऊ स्थित आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बुधवार को मोईन खान के बहराइच में चार स्थानों पर छापे मारे थे। इसके साथ ही आगरा, मथुरा और बरेली में जुड़े कुछ कारोबारी ठिकानों की भी तलाशी ली गई। कार्रवाई के दौरान अधिकारियों को मोईन के मोबाइल में व्हाट्सऐप चैट के रूप में कई संदिग्ध लेन-देन से संबंधित महत्वपूर्ण डाटा मिला है।

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि मोईन खान ने बैंकों से लगभग 20 करोड़ रुपये का ऋण लिया है, जबकि करीबियों से करीब 40 करोड़ रुपये का बिना सुरक्षा के उधार भी जुटाया गया था। इन रकमों का निवेश कहां और कैसे किया गया, इस बारे में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।

इसके अलावा, विभाग को पिछले पांच वर्षों में उसके कारोबार के टर्नओवर में अचानक हुई तेज बढ़ोतरी पर भी संदेह है। पांच साल पहले जहां टर्नओवर लगभग 6 करोड़ रुपये था, वहीं यह अब 100 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। इस असामान्य वृद्धि को लेकर भी मोईन स्पष्ट जानकारी प्रदान नहीं कर पाया।

आयकर विभाग अब समूचे मामले की गहन जांच के तहत मोईन खान से विस्तृत पूछताछ करने की तैयारी कर रहा है।