किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का धरना बीते सोमवार से गन्ना भवन में जारी है। जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में शुरू हुए इस आंदोलन का छठा दिन शनिवार को भी लगातार जारी रहा। ठंडी हवाओं और कोहरे के बीच किसान रात को गद्दा बिछाकर वहीं सोते हैं, जबकि दिन में अधिकारी उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते हैं, लेकिन शाम तक वार्ता विफल हो जाती है। किसानों ने 21 दिसंबर तक महापंचायत आयोजित करने का ऐलान कर दिया है।

छत पर चढ़कर प्रदर्शन
धरने के पांचवें दिन शुक्रवार को किसानों ने गन्ना भवन की छत पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान दो किसान अर्द्धनग्न होकर दीवार पर चढ़ गए, जिन्हें पुलिस ने समझाकर नीचे उतारा। इसके बाद किसान सर्द हवाओं में छत पर बैठकर धरना जारी रखते हुए अधिकारी कर्मचारियों को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया।

जिलाधिकारी और गन्ना विभाग पर निशाना
धरने की अध्यक्षता कर रहे 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान इंद्रपाल मलिक और जसबीर ने गन्ना भवन की तीसरी मंजिल पर चढ़कर अधिकारियों के रवैये का विरोध किया। किसानों ने कहा कि गन्ना विभाग के अधिकारी गन्ने की प्रजाति तक पहचान नहीं पा रहे हैं, ऐसे में किसानों की समस्याओं को समझना संभव नहीं। इसी बीच सहायक निबंधक सहकारिता ने पिछले वर्ष की सब्सिडी दिलाने का आश्वासन दिया।

धरने का अनोखा माहौल
सर्द मौसम में भी किसान धरने पर डटे रहे। शनिवार को बीन बजाकर समय बिताया गया और भट्ठी पर सब्जी बनाकर धरने के दौरान मनोरंजन और भोजन की व्यवस्था की गई। धरना स्थल पर किसानों का जुझारू रवैया और अधिकारियों के साथ उनकी कड़ी नारेबाजी माहौल को तनावपूर्ण बनाती रही।

इस तरह, भाकियू का धरना लगातार छठे दिन भी जारी रहा, जिसमें किसानों ने अपनी मांगों को लेकर किसी समझौते के बिना प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प दिखाया।