एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में शनिवार को चार साल के बच्चे की जान को खतरे में डालने का गंभीर मामला सामने आया। बताया गया कि एक वार्ड ब्वॉय इंजेक्शन में दवा की जगह स्प्रिट डाल रहा था, लेकिन नर्सिंग स्टाफ ने समय रहते उसे रोक दिया।

प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि आरोपी वार्ड ब्वॉय अविनाश कुमार नशे में था और बच्चों को इंजेक्शन लगाने के दौरान नियमों का उल्लंघन कर रहा था। नर्सिंग कर्मचारी ने तुरंत संदिग्ध गतिविधि को नोटिस किया और आउटसोर्सिंग कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर उसे रोका।

इस मामले की जानकारी प्राचार्य के संज्ञान में आते ही, उन्होंने अविनाश कुमार की संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी। डॉ. गुप्ता ने बताया कि अविनाश कुमार पहले भी ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में पाया गया था और उसे चेतावनी दी गई थी, लेकिन उसने सुधार नहीं किया।

प्राचार्य ने यह भी बताया कि मेडिकल कॉलेज में हाल ही में चार अन्य वार्ड ब्वॉय और वार्ड आया की लावारिस वार्ड में भर्ती मूकबधिर महिला के साथ अभद्रता करने के कारण सेवाएं समाप्त की गई थीं।

यह घटना अस्पताल प्रशासन के लिए चेतावनी है कि संविदा कर्मचारियों की निगरानी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना कितना जरूरी है।