यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं ने केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान से मुलाकात की। छात्र-छात्राओं ने कहा कि यूक्रेन में शिक्षण के सभी स्तरों पर पढ़ रहे बच्चों का भविष्य अब खतरे में नजर आने लगा है, क्योंकि अगर युद्ध बंद हो भी जाता है तो भी व्यवस्था पटरी पर आने में सालों लग जाएंगे। ऐसी परिस्थिति में वहां पढ़ाई संभव नहीं है।
छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्वदेश के ही मेडिकल कॉलेजों में उचित वातावरण में शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा उचित शुल्क पर प्रदान करने की व्यवस्था कराने की मांग की।